Gorakhpur Today News: यूपी के गोरखपुर में बुधवार को बाढ़ के पानी में नहाने गईं तीन किशोरियों की डूबने से मौत हो गई. इनमें दो सगी बहनें भी शामिल हैं. बाढ़ की वजह से उफनते नाले में नहाने के दौरान ये हादसा हुआ. ग्रामीणों ने बच्चियों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई. इसके बाद गांव में कोहराम मच गया. गोरखपुर के कैंपियगंज में बाढ़ के उफान में नहाने के दौरान दो दिनों में छह बच्‍चों की मौत हो गई. 


गोरखपुर के कैंपियनगंज के अलगटपुर गांव के नवलपुरवा टोले के पास कनाल नाले में नहाने गई दो सगी बहनों की बुधवार को डूबने से मौत हो गई. इसके सा‍थ ही एक अन्‍य बच्‍ची भी पानी में डूब गईं. तीनों की मौत के बाद गांव में कोहराम मच गया. गोरखपुर के कैंपियगंज के रामनगर केवटलिया के नेतवर बाजार के रहने वाले टिब्बल की दो पुत्रियां शिवानी (8) और प्राची (9) अपने ननिहाल नवलपुरवा गांव में आई थीं. 


हादसे के बाद मची चीख-पुकार 


बुधवार को दोपहर बाद करीब चार बजे शिवानी और प्राची गांव की अन्नू (12) पुत्री रामनाथ के साथ कनाल नाले के पास बकरी चरा रही थीं. इसी दौरान तीनों नहाने के लिए कलान नाले में उतर गईं. गहरे पानी में जाने के कारण तीनों बच्चियां डूब गई. पास में बकरी चरा रहे गांव के अन्य बच्चों के शोर मचाने पर मौके पर पहुंचे, ग्रामीणों ने नाले से तीनों बच्चियों के शव को बाहर निकाला.


एक दिन पहले ही दो बच्चों की डूबने से हुई थी मौत


मंगलवार को भी बाढ़ के पानी में नहाने गए तीन किशोर की कैंपियगंज क्षेत्र में मौत हो गई थी. कैंपियगंज क्षेत्र में करौली गांव से 200 मीटर की दूरी पर राप्ती नदी के बंधे पर मंगलवार की दोपहर 2:00 बजे के करीब बाढ़ के पानी में गांव के बच्चे नहा रहे थे. कहरौली गांव के कुंवर पांडे के 15 वर्षीय पुत्र दीपांशु पांडे, संतोष पांडे के 14 वर्षीय पुत्र निहाल पांडे और राजेश के 10 वर्षीय पुत्र रवि उर्फ बुन्नी नहाने के दौरान गहरे पानी में डूब गए. 


धान की रोपाई कर रहे लोग मौके पर दौड़े


बच्चों के शोर मचाने पर सिवान में धान की रोपाई कर रहे लोग दौड़े. गांव के गोताखोर सच्चिदानंद तिवारी ने तीनों किशोर को बाहर निकाला. परिजन तीनों को सीएचसी धानी लेकर गए. वहां से चिकित्सकों ने तीनों को मेडिकल कॉलेज भेज दिया. मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.


जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट


बाढ़ के पानी में नहाने के दौरान हो रही मौतों को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. इसके बावजूद नहाने के दौरान गांव में लगातार हादसे होने से ग्रामीणों में दहशत है. ऐसे में जिला प्रशासन सुरक्षा उपायों के बगैर नदी-नालों के पास जाने के लिए लोगों को मना करने के साथ सख्त हिदायत भी दे रहा है, लेकिन लापरवाही की वजह से हर रोज हादसे हो रहे हैं.


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