Gorakhpur Crime News: गोरखपुर पुलिस ने रंगदारी मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गोल्डी बराड़ गैंग के नाम पर 3 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगे जाने का मामला सामने आया था. रंगदारी नहीं मिलने पर बदमाशों ने पीड़ित के घर पर फायरिंग कर सनसनी मचा दी थी. तीनों बदमाश नेपाल भागने की फिराक में थे. बदमाशों के छिपे होने की सूचना मिलने पर पुलिस ने ऑपरेशन चलाया. संयुक्त ऑपरेशन में एसओजी, स्वाट टीम और चंडीगढ़ पुलिस की मदद ली गई.
गोल्डी बराड़ गैंग के नाम पर 3 करोड़ की रंगदारी
गोल्डी बराड़ गैंग के तीनों बदमाशों को पुलिस ने कैंट थाना क्षेत्र से धर दबोचा. पकड़े गए बदमाशों की पहचान कमलप्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह और प्रेम सिंह के रूप में हुई है. तीनों का संबंध मोहाली जिले के अलग-अलग इलाकों से है. एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि गोल्डी बराड़ गैंग के सदस्यों को पंजाब पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए संयुक्त ऑपरेशन चलाया था. कमलप्रीत सिंह, अमृतपाल सिंह और प्रेम सिंह को पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया गया है. पंजाब की पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर गोरखपुर से बदमाशों को लेकर रवाना हो गई है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मुकदमा चंडीगढ़ थाने में दर्ज है.
पंजाब पुलिस के साथ ऑपरेशन में तीन गिरफ्तार
एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि गोल्डी बराड़ गैंग के नाम पर 3 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. घटना के बाद पीडि़त ने आरोपियों का फोन उठाना बंद कर दिया था. 19 जनवरी को सुबह 4 से 5 बजे के बीच आरोपियों ने पीडि़त के घर पर फायरिंग की थी. आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में एसओजी प्रभारी मधुपनाथ मिश्रा, स्वाट टीम प्रभारी मनीष कुमार यादव, कैंट थाना प्रभारी महेश चौबे और चंडीगढ़ पुलिस के निरीक्षक सुखविंदर कुमार शामिल रहे हैं. नेपाल भागने से पहले आरोपियों को कैंट क्षेत्र में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस गिरफ्तारी के सटीक स्थान की जानकारी देने से बच रही है. माना जा रहा है कि बदमाशों को कैंट क्षेत्र के रेलवे स्टेशन रोड स्थित किसी होटल से पकड़ा गया है. ऑपरेशन को पुलिस ने गोपनीय रखा था.