गोरखपुर: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का 5वां दीक्षांत समारोह 9 फरवरी को होगा. दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे. समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी. दीक्षांत समारोह के दौरान 16 मेधावियों को 36 स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा. इसमें बीटेक सिविल इंजीनियरिंग की छात्रा प्रगति सक्सेना को कुल 6 और बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के छात्र अनूप पाण्डेय को 5 स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे.
सीएम योगी होंगे शामिल
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी पाण्डेय ने बताया कि 5वें दीक्षांत समारोह में 16 मेधवियों को 2 कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 16 कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा. इसके अलावा 18 प्रायोजित स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा. इनमें 25 पदक छात्रों और 11 पदक छात्राओं को प्रदान किए जाएंगे. समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे. हालांकि, अभी ये तय नहीं हो पाया है कि सीएम कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित होंगे या वो सीधे समारोह में आएंगे.
1191 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी
समारोह के दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में यूपी के वित्त, प्राविधिक शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा संदीप सिंह उपस्थित रहेंगे. समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की सभा (यूनिवर्सिटी कोर्ट), प्रबंध बोर्ड एवं विद्या परिषद के माननीय सदस्यगण की भी उपस्थिति रहेगी. समारोह में कुल 1191 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की जाएंगी. उपाधि पाने वाले विद्यार्थियों में बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के 159 छात्र, बीटेक कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग के 150 छात्र, बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के 161 छात्र, बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के 150 छात्र, बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 144 छात्र, और बीटेक केमिकल इंजीनियरिंग के 69 छात्र (कुल 833 बी टेक छात्र) शामिल होंगे.
15 छात्रों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की जाएगी
समारोह के दौरान बीटेक के अतिरिक्त, 203 छात्रों को एमटेक, 58 छात्रों को एमबीए, 59 छात्रों को एमसीए, 23 छात्रों को एमएससी (भौतिकी) और 15 छात्रों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की जाएगी. विवि इस वर्ष पहली बार केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक एवं भौतिकी में एमएससी की उपाधि प्रदान करेगा. उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में 859 छात्र, जबकि 332 छात्राएं शामिल होंगे. विवि पहली बार ये व्यवस्था कर रहा है कि छात्रों की उपाधियां दीक्षांत समारोह तक डिजीलॉकर पर ऑनलाइन माध्यम पर अपलोड कर दी जाएं. जिससे छात्र दीक्षांत समारोह के बाद अपनी डिग्री ऑनलाइन डाउनलोड भी कर सकें.
इन्हें मिलेगा कुलाधिपति स्वर्ण पदक
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को कुल 36 स्वर्ण पदकों से विभूषित किया जाएगा. इनमें 2 कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 16 कुलपति स्वर्ण पदक सहित 18 प्रायोजित स्वर्ण पदक शामिल हैं. बीटेक की सभी शाखाओं को मिलाकर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र को कुलाधिपति स्वर्ण पदक से विभूषित किया जाता है. विवि के अब तक के इतिहास में प्रत्येक वर्ष कुलाधिपति स्वर्ण पदक केवल एक छात्र को मिला है. इस वर्ष बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के दो विद्यार्थियों अनूप पाण्डेय और प्रगति सक्सेना को समान अंक मिलने के कारण दोनों को कुलाधिपति स्वर्ण पदक दिया जाएगा.
प्रगति सक्सेना को सर्वाधिक 6 स्वर्ण पदक किए जाएंगे
बीटेक सिविल इंजीनियरिंग की प्रगति सक्सेना को सर्वाधिक 6 स्वर्ण पदक (कुलाधिपति स्वर्ण पदक, कुलपति स्वर्ण पदक, स्व. लच्छन राय स्वर्ण पदक, आरएस सिंह एमई '69' स्वर्ण पदक, आईसीआई- अल्ट्राटेक सीमेंट लि. स्वर्ण पदक, और स्व. श्रीमती लीलावती देवी स्मृति स्वर्ण पदक) प्रदान किए जाएंगे. कुल 16 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे. जिनमें 9 छात्र और 7 छात्राएं सम्मिलित होंगी. इनमें बीटेक सीएस के सुबोध कुमार को 2, बीटेक कैमिकल इंजीनियरिंग के अभय मौर्य को 2, बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के शिव शंकर को 2 स्वर्ण पदक मिलेंगे.
इन्ंहें मिलेंग स्वर्ण पदक
इसके अलावा बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स की किरण खेतान को 2, बीटेक मैकेनिकल की विनीता सिंह को 2, एमबीए की रिया श्रीवास्तव को 2, एमसीए के अमर प्रकाश चौबे को 2, एसएससी फिजिक्स के आदर्श चन्द्र मिश्रा को 2, एमटेक सिविल के शुभम सिंह को 1, एमटेक सीएस के अरुण त्रिपाठी को 1, एमटेक आईटी की गरिमा वर्मा को 2, एमटेक इलेक्ट्रिकल की तूहिना पाण्डेय को 1, एमटेक इलेक्ट्रानिक्स की शिवांगी मणि को 2, एमटेक मैकेनिकल के अभिषेक पाल को दो स्वर्ण पदक मिलेंगे.
स्कूली छात्र दीक्षांत समारोह में करेंगे शिरकत
पाठ्यक्रमों में द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को रैंक सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा. पंचम दीक्षांत समारोह का सजीव प्रसारण विवि की वेबसाइट पर किया जाएगा. विश्वविद्यालय की तरफ से सभी पीएचडी शोध प्रबंधों को शत प्रतिशत यूजीसी के शोध गंगा पोर्टल पर डाला जा चुका है. पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी नन्हे-मुन्ने स्कूली छात्र दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे.
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