Gorakhpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर के बाद यूपी के गोरखपुर में भी नगर निगम के प्रवर्तन दल की तानाशाही से पटरी व्यापारियों में आक्रोश है. भुखमरी के कगार पर आ गए पटरी व्यापारी जहां उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं नगर निगम की भी खूब फजीहत हो रही है. सब्जी और फल विक्रेताओं का आरोप है, कि उनके ऊपर परिवर्तन दल द्वारा मनमाने तरीके से भारी जुर्माना किया जा रहा है. इतना ही नहीं उनका ठेला भी नगर निगम के प्रवर्तन दल की टीम ट्रैक्टर पर लादकर ले जा रही है. उनके उत्पीड़न से परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया है. 


यूपी के गोरखपुर में भी अतिक्रमण के नाम पर नगर निगम के प्रवर्तन दल पर सब्जी और फल का ठेला लगाने वाले व्यापारियों ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद रेहडी और पटरी व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं करने का अधिकारियों को कई बार निर्देश दिया है. उन्हें दुकान देकर पुनर्वासित करने के साथ ही उनका उत्पीड़न नहीं करने के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है.


'वेंडिंग जोन पर बिक्री नहीं'
सब्जी व्यापारी सीमा चौहान ने बताया कि नगर निगम की प्रवर्तन दल की टीम द्वारा हर रोज उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. एक तरफ सरकार पटरी व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं करने की बात करती है. उनके पुनर्वासित करने और दुकान देने का वादा करती है. वहीं उन्हें ऐसा वेंडिंग जोन दे दिया जाता है जहां कोई सब्जी और फल खरीदने जाता ही नहीं है. जब वे परिवार चलाने के लिए सड़क किनारे ठेला लगाते हैं तो प्रवर्तन दल की टीम द्वारा जुर्माना लगाकर उनका उत्पीड़न किया जाता है.


पटरी व्यापारियों ने ठेले में लगाया आग
मंगलवार को जब प्रवर्तन दल की टीम गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के अंबेडकर चौक पर अतिक्रमण अभियान चलाने पहुंची, तो पटरी व्यवसायियों के सब्र का बांध टूट गया. अतिक्रमण हटाने के नाम पर पहुंची परिवर्तन दल की टीम पर सब्जी और फल के ठेला वालों ने मनमाना जुर्माना लगाने का आरोप लगाया. आरोप है कि दोपहर बाद पहुंची प्रवर्तन दल की टीम के साथ ट्रैक्टर ट्राली और नगर निगम के कर्मी भी मौजूद थे. जो ठेले को ट्रैक्टर ट्राली में लादकर ले जाने लगे और जबरन सब्जी और फल को सड़क पर फेंक देने की धमकी देने लगे. इसके बाद सब्जी और फल बेचने वाले पटरी व्यापारियों का सब्र का बांध टूट गया. 


नगर निगम की प्रवर्तन दल की टीम का उन्होंने विरोध जताना शुरू कर दिया. पटरी व्यापारियों ने सब्जी के ठेला पर प्लास्टिक का करात रखकर उसमें आग लगा दी. विरोध बढ़ता देख प्रवर्तन दल की टीम धीरे से आगे बढ़ गई. लेकिन जब मीडिया के कैमरे पर उनसे अतिक्रमण अभियान के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न का सवाल पूछा गया तो टीम में मौजूद अधिकारी और कर्मचारी भागने लगे. वह कहने वालों कि उनके बड़े अधिकारियों से बात कीजिए. वह अभियान में शामिल नहीं है. जब उनसे पूछा गया कि उनके नेतृत्व कौन कर रहा है, तो वह अपने अधिकारी का नाम बता कर वहां से खिसक लेने में ही अपनी भलाई समझे. 


'वेंडिंग जोन पर अवैध वसूली'
पटरी व्यवसाय संख्या प्रदेश अध्यक्ष संदीप मद्धेशिया ने कहा कि नगर निगम की प्रवर्तन दल की टीम द्वारा लगातार उन लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है. नगर निगम ने जो भी वेंडिंग जोन उन लोगों को दिया है. वह ठीक नहीं है. प्राइवेट जगह पर वेंडिंग जोन देने की वजह से आए दिन उनका उत्पीड़न हो रहा है. मोहद्दीपुर वेंडिंग जोन में अवैध वसूली की जा रही है. जहां पर वेंडिंग जोन नहीं दिया गया है, वहां मजबूरी में ठेला लगाने पर उनका चालान कर दिया जा रहा है. जुर्माना लगाने के साथ उनका सामान भी उठा ले जाया जा रहा था.


पटरी व्यवसायी का आरोप है कि सीओ डूडा विशाल कुमार सिंह के नेतृत्व में ये कार्रवाई की जा रही है. उन लोगों ने विरोध इसलिए किया है कि जब तक सही वेंडिंग जोन और सही आवंटन नहीं होता है ना तो उनका जुर्माना होना चाहिए और नहीं उन्हें हटाया जाना चाहिए. जब तक सड़क किनारे दुकान लग रही है, तब तक उन्हें यथा स्थिति बहाल रखा जाए.


ये भी पढ़ें: Moradabad News: लोगों को खूब भाती है मुरादाबाद की ये बिरयानी, स्वाद ऐसा कि विदेश में भी लोग हैं इसके दीवाने