Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के एक विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर को यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद निलंबित कर दिया गया है. यौन उत्पीड़न के आरोप की जांच के लिए अगले आदेश तक उनका निलंबन जारी रहेगा. इस दौरान उनका यूनिवर्सिटी के शैक्षणिक परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. आरोपी प्रोफेसर का छात्रा के साथ बातचीत का एक आडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. जिसमें वो शराब के नशे में चूर अपनी मर्यादा को लांघते नजर आ रहे हैं.
गोरखपुर विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के एक विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर पर एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसके बाद गुरुवार को एबीवीपी और दिशा छात्र संगठन ने गोरखपुर के विश्व विद्यालय मुख्य गेट को बंद कर आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और कुलपति प्रो. पूनम टंडन को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की.
यौन उत्पीड़न मामले में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर निलंबित
असिस्टेंट प्रोफेसर पर इस तरह के आरोपों के बाद कुलपति प्रो. पूनम टंडन के आदेश पर कुलसचिव ने गुरुवार को पत्र जारी किया गया. इस पत्र में बताया गया है कि यौन उत्पीड़न के आरोपी असिस्टेंट प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है. आदेश में कहा गया है कि विश्वविद्यालय परिनियमावली (यथा संशोधित) के परिनियम संख्या 16.4 एवं उसके उपबंध (e) के प्रावधान के अंतर्गत अध्ययनरत छात्रा द्वारा यौन उत्पीड़न की जांच हेतु अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.
यूनिवर्सिटी में प्रवेश पर भी लगा प्रतिबंध
पत्र में ये निर्देशित किया गया है कि इस दौरान उनका विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. निलंबन अवधि में उनका जीवन निर्वहन भत्ता देय होगा. निलंबन की अवधि के दौरान वे कुलसचिव कार्यालय से संबद्ध रहेंगे. ये पत्र विश्वविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों और विभाग को भी प्रेषित किया गया है.
शराब के नशे में प्रोफ़ेसर का ऑडियो वायरल
इस बीच प्रोफ़ेसर का एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें वो बार-बार छात्रा से मिलने का दबाव बनाने के साथ ही उन्हें एनएसएस से हटाए जाने के बारे में भी बता रहे हैं. वे ये भी कह रहे हैं कि उनके विभाग की कुछ छात्राओं ने उनके खिलाफ शिकायत भी की है. ऑडियो में बातचीत के दौरान शराब के नशे में मदहोश असिस्टेंट प्रोफेसर की जुबान भी पूरी तरह से लड़खड़ा रही है. वे बार-बार छात्रा को सर्वाधिक नंबर देने और अन्य बातें भी कर रहे हैं.
गोरखपुर विश्वविद्यालय में किसी छात्रा द्वारा किसी शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने का ये पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी एक से दो शिक्षकों के ऊपर छात्राओं द्वारा इस तरह का आरोप लगा चुकी हैं. प्रशासन द्वारा इस मामले में आरोपों पर जांच भी बैठाई गई. जाँच कमेटी ने वायरल ऑडियो को भी संज्ञान में लिया है.