Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की शोध पात्रता परीक्षा (RET) 2023 परिसर स्थित 9 केंद्रों पर  29 और 30 जुलाई को आयोजित होगी. परिसर में केवल परीक्षार्थियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी. सोमवार को 23 विषयों के 3,668 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने के लिए चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं.


यह जानकारी देते हुए डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टण्डन ने बताया कि सोमवार को सुबह की पाली में 10 विषयों के 1633 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं, जबकि शाम की पाली में 13 विषयों के 2035 पंजीकृत अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे. मंगलवार को 13 विषयों के कुल 897 अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे. यह परीक्षा वर्ष 2023 में आयोजित की गई थी लेकिन समान अनुक्रमांक जैसी तकनीकी गड़बड़ियों और परीक्षा में अव्यवस्था की शिकायतों के बाद इसे निरस्त कर दिया गया था.


परीक्षा कक्ष में ये वस्तुएं होंगी प्रतिबंधित
इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन इसे लेकर संवेदनशील और सख्त रुख अपना रहा है, जिससे परीक्षाएं शुचितापूर्ण ढंग से संपन्न हों. इसी के दृष्टिगत प्रशासन ने सोमवार को परिसर में अवकाश घोषित किया है. मुख्य नियंता प्रो सतीश चंद्र पांडेय ने सभी अभ्यर्थियों को निर्देशित किया है कि वे अपने वाहन मुख्य द्वार स्थित स्टैंड पर ही खड़े करेंगे. परीक्षा केंद्र पर मोबाइल, बैग, स्मार्ट वॉच, घड़ी, कैलकुलेटर सहित किसी भी प्रकार के डिजिटल उपकरण ले जाना सर्वथा प्रतिबंधित हैं.


विश्वविद्यालय में एमएड ,बीपीएड व पीजी डिप्लोमा इन गाइडेंस एंड काउंसलिंग में प्रवेश के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यह प्रक्रिया 30 जुलाई तक चलेगी. सभी पीजी और डिप्लोमा कोर्सेज में भी, जिनमें प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की गई थी, में भी प्रवेश की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है. इन कोर्सेज में पंजीकृत 536 अभ्यर्थियों में से 71 ने शुल्क भी जमा कर दिया. ऐसे अभ्यर्थी 1 अगस्त से संबंधित विभागों में प्रमाणपत्रों के सत्यापन हेतु उपस्थित होंगे.


वर्तमान समय में ज्योतिष ,वास्तु एवं कर्मकांड के बढ़ते महत्व व सेना में जेसीयू की परीक्षा में इसकी अनिवार्यता को देखते हुए संस्कृत विभाग ने अन्य वर्षों की भांति इस वर्ष भी ज्योतिष वास्तु व कर्मकांड विषय में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण का अवसर उपलब्ध कराते हुए प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है. जिन अभ्यर्थियों ने प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है, उन्हें पुनः प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा. अधिष्ठाता कला संकाय एवं अध्यक्ष संस्कृत विभाग प्रो. कीर्ति पाण्डेय ने बताया कि इच्छुक अभ्यर्थी जो ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाए है, उन्हें पुनः आवेदन का अवसर देते हुए प्रवेश प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा. प्रवेश के लिए इच्छुक अभ्यर्थी पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. देवेन्द्र पाल से संस्कृत विभाग में सम्पर्क कर सकते हैं.


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