Gorakhpur Weather: पूर्वी यूपी के गोरखपुर और बस्ती मंडल में अचानक हुई बे-मौसम बारिश लोगों को मुश्किल में डाल दिया. सुबह से ही आसमान में बादलों ने लुकाछुपी शुरू कर दी. बुधवार की सुबह 10 बजे के करीब आसमान में काले बादल छा गए. इसके बाद ठंडी हवाओं की वजह से लोग ठिठुरने को मजबूर हो गए. ऑफिस और रोजमर्रा के काम से निकले लोगों को मौसम में अचानक हुए बदलाव की वजह से मुसीबतों का सामना करना पड़ा. इसके बाद गरज-चमक के साथ शुरू हुई बेमौसम बारिश ने रही सही कसर को भी पूरा कर दिया.
गोरखपुर और आसपास के जिलों में सुबह 10 से शुरू हुई बारिश लगातार दो बजे तक होती रही. तेज हवाओं के साथ मध्यम बारिश ने जहां तेज धूप और गर्म हवाओं से कुछ लोगों को राहत दी. तो वहीं बुजर्ग और बच्चों के लिए अचानक बदला ये मौसम परेशानी का सबब बन गया. भरी दोपहरी में जहां लोग गर्मी और तेज धूप से परेशान थे, तो वहीं ठंड की वजह से वे ठिठुरने को मजबूर हो गए.
इस बीच मौसम विज्ञानियों के अनुमान के मुताबिक आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कुशीनगर के रामकोला थानाक्षेत्र के टेकुआटार के अंधियारा टोला के रहने वाले किसान 55 वर्षीय राकेश सुबह 11 बजे के करीब खेत की ओर गए थे. इसकी दौरान वे वज्रपात (आकाशीय बिजली) की चपेट में आ गए. परिजन उन्हें रामकोला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के लिए भर्ती कराए. जहां देर शाम उनकी मौत हो गई. वहीं महराजगंज जिले में वज्रपात से एक भैंस की मौत होने और एक शख्स के आंशिक रूप से चपेट में आने की खबर है.
बे-मौसम बारिश से फसलों को हुआ नुकसान
बे-मौसम हुई बारिश से फसलों को भी आंशिक नुकसान हुआ है. रबि की फसल को 12 से 13 प्रतिशत नुकसान का अनुमान है. इस बारिश में आलू और सब्जियों को अधिक नुकसान हुआ है. मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मार्च के महीने में ये सामान्य बारिश है. इसमें गेहूं की फसल को अधिक नुकसान की संभावना नहीं है. वहीं सरसों की फसल को भी आंशिक नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
क्या बोलें मौसम वैज्ञानिक
मौसम विज्ञानी कैलाश पाण्डेय बताते हैं कि बुधवार को औसत 14 से 15 मिलीलीटर बारिश हुई है. मार्च के माह में ये एक दिन में होने वाली औसत बारिश है. इसमें हैरान होने की बात नहीं है. उन्होंने बताया कि झारखंड के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र और पश्चिमी यूपी में 5 हजार फीट की ऊंचाई पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने की वजह से पूर्वी यूपी में बारिश हो रही है. एक से दो दिनों तक मौसम में बदलाव महसूस किया जाएगा. तेज धूप और गर्म हवाओं के बीच अचानक सर्द हवाएं लोगों को परेशानी में डालेगी. इसके साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी ये बदलता मौसम लोगों को बीमार बना सकता है.