UP Latest News: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में यूपी में हुए फर्जीवाड़े में यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि जिन अपात्रों को किसान सम्मान निधि का लाभ मिला है, वे उसके हकदार नहीं हैं, स्वाभविक है कि उनसे निधि को वापस लिया जाएगा. किसी भी दशा में जो पात्र किसान हैं, उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देश के 12.5 करोड़ और प्रदेश के 2.55 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल चुका है. अपात्र किसानों को इसका लाभ नहीं मिलेगा. किसान सम्मान निधि में हुए फर्जीवाड़े पर कहा है कि उसके लिए मानक निर्धारित रहा है. यदि किसी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी को सरकारी खजाने से वेतन मिल रहा है. जो लोग आयकर दाता हैं, वो इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं.
कृषि मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने दो-दो आधार कार्ड और बैंक खातों का विवरण फीड करा दिया था. इस वजह से मिस मैच हुए थे. उस मिस मैच को ठीक किया जा रहा है.
कृषि मंत्री ने कहा कि गोरखपुर मंडल में 20 लाख किसानों के खातों में 33 सौ करोड़ रुपए की धनराशि पहुंचाई गई है. मंशा ये है कि अपात्र को छोड़कर सभी को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से सम्मानित किया जाए. ई-केवाईसी के माध्यम से गांव-गांव में लाभार्थियों की सूची प्रकाशित कर दी गई है. वे चाहे तो कृषि विभाग और कृषि कार्यालयों में जाकर अपने ई-केवाईसी को अपडेट कराकर कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से डाटा को वेरीफाई करा सकते हैं. जो अपात्र हैं, उनके प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि वापस ली जाएगी.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि खेती के तकनीकी को बदलने, साग-सब्जियों की खेती को बदले जाने और रासायनिक खेती से प्राकृतिक खेती की ओर कृषि को ले जाने के लिए कार्य किये जा रहे हैं. इससे आमदनी का आगे बढ़ाने वाली है. देश के 12.5 करोड़ और यूपी के 2.55 लाख किसान भाइयों को किसान सम्मान निधि पीएम नरेन्द्र मोदी के माध्यम से उपलब्ध हो गई है.
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