ट्रैवल एजेंसी से बुक करते थे कार, फिर ड्राइवर को रास्ते में बंधक बनाकर लूट लेते थे, ऐसे हुआ खुलासा
ट्रैवल एजेंसी वालों को ये शातिर लुटेरे फर्जी आइडी देकर अन्य जिलों के लिए कार बुक करते रहे हैं. इसके बाद कार लूटकर फरार हो जाते रहे हैं. ये शातिर लुटेरे रास्ते में नंबर प्लेट भी बदल देते रहे हैं.
Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर में पुलिस ने एक हैरान कर देने वाले मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो पार्टी बनकर ट्रैवल एजेंसी से कार बुक करता रहा है. इसके बाद ड्राइवर को रास्ते में बंधक बनाकर उससे कार लूटकर फरार हो जाता रहा है. हैरत की बात ये है कि ट्रैवेल एजेंसी वालों को ये शातिर लुटेरे फर्जी आइडी देकर अन्य जिलों के लिए कार बुक करते रहे हैं. इसके बाद कार लूटकर फरार हो जाते रहे हैं. ये शातिर लुटेरे रास्ते में नंबर प्लेट भी बदल देते रहे हैं. पुलिस ने गिरोह के दो लुटरों को गिरफ्तार कर उनके पास से दो कार बरामद की है.
दर्ज हुआ था मामला
गोरखपुर के एसएसपी डा. विपिन ताडा ने पुलिस लाइन सभागार में घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गोरखपुर के शाहपुर थानाक्षेत्र के जंगल तुलसीराम बिछिया की रहने वाली तसव्वर अली ने गीडा थाने में मामला दाखिल किया कि 18 जुलाई को उनकी इनोवा क्रिस्टा कार कुछ लोगों ने वाराणसी के लिए बुक किया. रूही ट्रैवल्स राप्तीनगर से शाहपुर के खरैया पोखरा बशारतपुर के रहने वाले ड्राइवर टीपू सुल्तान ने सवारी को लेकर वाराणसी जिले के लिए निकला. 19 जुलाई को ड्राइवर अकेले बगैर कार के वापस लौट आया. तसव्वर ने ड्राइवर टीपू और अन्य अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी.
कैसै पकड़ा गया
गोरखपुर के एसएसपी ने बताया कि थाना गीडा पर ड्राइवर और मालिक के बीच फोन पर हुई बातचीत पर लास्ट लोकेशन के आधार पर घटनास्थल मानते हुए दर्ज किया गया. विवेचना उप निरीक्षक विवेक रंजन को सुपुर्द की गई. प्रगति के क्रम में अभियोग की समीक्षा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर द्वारा करते हुए विवेचना प्रभारी निरीक्षक गीडा को आवंटित हुई. विवेचनात्मक कार्रवाई के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर ड्राइवर टीपू सुल्तान उपरोक्त और ट्रेवल्स एजेन्सी मालिक राहुल सिंह से पूछताछ की गयी. एजेन्सी मालिक द्वारा बुकिंग कराते समय उपलब्ध कराए गए आधार कार्ड, पैन कार्ड और मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराया गया.
आरोपी और बरामद कार
सर्विलांस और आयकर विभाग कार्यालय से समांजस्य स्थापित कर छानबीन की गई, तो आधार कार्ड संजय कुमार पुत्र झंगरु निवासी भोरहा थाना मोतीगंज जनपद गोण्डा का प्राप्त हुआ. जिस आधार पर संजय कुमार से पूछताछ की गई, तो उसके द्वारा बताया गया कि उसने अपना आधार और पैनकार्ड अपने गांव के पड़ोसी सूरज श्रीवास्तव को नौकरी लगवाने के लिए दिया है. वो लखनऊ में भी रहता है. सौरभ श्रीवास्तव से सम्पर्क किया गया और कैफे से प्राप्त फोटो को पहचान कराया गया, तो उस फोटो को सौरभ श्रीवास्तव पहचानते हुए गौरव शुक्ला पुत्र संजय शुक्ला उपरोक्त को बताया.
ये चीजें बरामद
पुलिस ने मुखबीर की मदद से जीरो प्वाइंट पर सर्विलांस और मुखबीर की मदद से आरोपी सिद्धार्थनगर के मोहाना थानाक्षेत्र के बुडा और हाल मुकाम पता लखनऊ पीजीआई थाना के तेलीबाग के रहने वाले गौरव शुक्ला और बुडा के ही मोनू शुक्ला के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके पास से घटना में इस्तेमाल महिन्द्रा एक्सयूवी 500 और लूटी गई इनोवा क्रिस्टा कार बरामद की है. आरोपियों के पास से एक तमंचा, दो कारतूस के अलावा 25 सौ रुपया, तीन मोबाइल, 6 एटीएम, तीन आधार कार्ड बरामद किए गए हैं. लुटेरों को गिरफ्तार करने वाली टीम को एसएसपी ने 10 हजार रुपए नकद पुरस्कार दिया है.
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