Uttar Pradesh News: कोरोना के ऑमिक्रॉन (Coronavirus in India) के सब वेरिएंट बीएफ.7 की घातकता पर वैज्ञानिक और डॉक्टर भी दावे कर रहे हैं कि वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) की वजह से भारत में इसका असर नहीं के बराबर होगा. इसके बावजूद केन्‍द्र और प्रदेश सरकार पहले के उपायों को अपनाने की अपील कर रही है. भीड़-भाड़ वाली जगहों और सार्वजनिक स्‍थानों पर डॉक्टर भी मास्‍क और सोशल डि‍स्‍टेंसिंग के साथ कोविड-19 प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocols) के पालन की अपील कर रहें हैं. बीएफ.7 को लेकर लोगों की लापरवाही भारी पड़ सकती है क्योंकि मास्‍क और सोशल डि‍स्‍टेंसिंग को लेकर भी लोग लापरवाह दिख रहे हैं.


नियमों को लेकर लापरवाह लोग
गोरखपुर के जिला अस्पताल में भारी भीड़ के बीच अधिकतर चेहरों पर मास्‍क नहीं दिखाई दे रहा है. सोशल डिस्‍टेंसिंग भी दूर-दूर तक नहीं है. ऐसे में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो मास्‍क लगाए हुए दिख रहे हैं. वे लोगों से खुद अपील कर रहे हैं कि उन्‍हें मास्‍क लगाना चाहिए. चीन में खराब हो चुके हालात के बारे में जानकर भी लापरवाही ठीक नहीं है. वहीं कुछ ऐसे लोग भी है, जिन्‍होंने मास्‍क नहीं पहना है, लेकिन उन्‍हें अपनी गलती का अहसास है. कोविड की तीन लहरों को झेल चुके देश में वैक्‍सीनेशन होने के बावजूद लापरवाही भारी पड़ सकती है. ऐसे में सभी लोगों को मास्‍क और सोशल डि‍स्‍टेंसिंग बनाकर रखना जरूरी है. सरकार और शासन की ओर से भी एडवाइजरी जारी हो चुकी है. ऐसे में हमें खुद का और परिवार का ध्‍यान देने के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए.


गोरखपुर के सीएमओ ने क्या कहा
कोरोना की चौथी लहर बीएफ.7 के खतरे को देखते हुए गोरखपुर के सीएमओ डा. आशुतोष कुमार दुबे ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, लोगों को मास्‍क और सोशल डिस्‍टेंसिंग के पालन की जरूरत है. उन्‍होंने कहा कि गोरखपुर में काफी लोगों को वैक्‍सीन लगी है. गोरखपुर में एक करोड़ वैक्‍सीन डोज लग चुकी है. किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतने की जरूरत है. बुजुर्ग, बच्‍चों और बीमार लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की जरूरत है. सार्वजनिक वाहन से जाने पर मास्‍क का प्रयोग करें. प्रिकॉशन डोज जिन लोगों ने नहीं लगवाई है, वे लोग प्रिकॉशन डोज लगवा लें. आम लोगों को भी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए. सभी लोगों को सजग कर दिया गया है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें. एयरपोर्ट और रेलवे स्‍टेशन पर जांच की जा रही है. विदेश से आने वाले 28 लोगों की जांच एयरपोर्ट पर की गई है.


नहीं दिखेगा विशेष प्रभाव-सीएमओ
सीएमओ डा. आशुतोष कुमार दुबे ने कहा कि, अनुभव के आधार पर वे कह सकते हैं कि गोरखपुर में बीएफ.7 की मारक क्षमता पर कुछ कहा नहीं जा सकता है, लेकिन संक्रामक क्षमता पर टीकाकरण होने की वजह से 90 प्रतिशत लोगों में इम्‍युनिटी बन चुकी है. गोरखपुर में इसका विशेष प्रभाव नहीं दिखेगा. बुखार-जुकाम के लक्षण के साथ एक सप्‍ताह में ये ठीक हो जाएगा. जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा. राजेन्‍द्र प्रसाद ठाकुर लोगों से अपील करते हैं कि बीएफ.7 को लेकर शासनादेश आया है. सोशल डिस्‍टेंसिंग और मास्‍क का प्रयोग करने के साथ सेनेटाइजर साथ लेकर चलने के लिए कहा गया है. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.


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