प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) कोरोना काल में बेसहारा बच्चों का सहारा बने हैं. उन्होंने पीएम केयर योजना (PM Cares for Children Scheme) के तहत इन बच्चों को लाभान्वित किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में गोरखपुर (Gorakhpur) के 11 बच्चों से सीएम योगी की मौजूदगी में गोरखनाथ मंदिर में वर्चुअल माध्यम से जुड़े. गोरखपुर के कमिश्नरेट में सांसद रविकिशन और कमलेश पासवान के साथ अधिकारियों ने भी वर्चुअल माध्यम से जुड़कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातों को सुना. इस अवसर पर सांसद रविकिशन ने कहा कि 70 सालों के इतिहास ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था कि बच्चों के भविष्य के लिए किसी प्रधानमंत्री ने सरकारी खजाना खोला हो.
गोरखपुर के 11 बच्चों को 10 लाख
गोरखपुर के कमिश्नर सभागार में गोरखपुर सदर सांसद रविकिशन और बांसगांव सांसद कमलेश पासवान ने अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री के संबोधन को सुना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों को सोमवार सुबह पीएम केयर योजना से लाभान्वित किया. इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर के 11 बच्चों को 10 लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई है.
रविकिशन ने कहा, ये बच्चे 6 साल से 18 साल की उम्र के हैं. बच्चों के भविष्य के लिए पीएम केयर में उनकी अच्छी शिक्षा, उनकी अच्छी व्यवस्था और योजना के तहत बच्चों को लाभान्वित किया है. समस्त भारत में बच्चों के भविष्य के लिए हजारों करोड़ रुपए की धनराशि दी है. वे लोग उनके आभारी हैं. किसी प्रधानमंत्री ने 70 सालों में बच्चों के भविष्य के लिए सरकारी खजाना नहीं खोला. आज उन लोगों ने यहां बैठकर प्रधानमंत्री को सुना, उन्हें बहुत अच्छा लगा.
Watch: किसान नेता Rakesh Tikait पर फेंकी गई स्याही, कार्यक्रम के दौरान जमकर हुआ हंगामा
यूपी के 441 बच्चों को मिला लाभ
पीएम केयर योजना का लाभ प्रदेश के कुल 441 बच्चों को मिला है, जिनमें गोरखपुर के 11 बच्चे भी शामिल हैं. गोरखपुर से पात्र 11 बच्चों में दो बालिकाएं और नौ बालक हैं. इन 11 बच्चों में से 3 की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक है. जबकि 8 बच्चे 18 वर्ष से कम आयु के हैं. जिन बच्चों की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक है, उन्हें इस योजना के तहत 10 लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है. जबकि 18 वर्ष से कम आयु वाले पात्र बच्चों को पात्रता के अनुसार 4 लाख से लेकर 9 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए. पीएम केयर योजना की धनराशि पोस्ट ऑफिस में जिलाधिकारी की गार्जियनशिप में खोले गए खातों में प्रेषित की गई.
18 वर्ष से कम आयु वाले पात्र बच्चों के 18 वर्ष के होने तक धनराशि फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जमा रहेगी जो उनके 18 वर्ष के होने पर बढ़कर 10 लाख रुपये हो जाएगी. 18 से 23 वर्ष की आयु तक उन्हें 10 लाख रुपये पर प्रतिमाह 5,500 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे. 23 वर्ष की उम्र पूरी होने पर 10 लाख रुपये निकाले जा सकेंगे. पीएम केयर योजना में पात्र बच्चों को 5 लाख रुपये नि:शुल्क इलाज की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान कार्ड भी उपलब्ध कराया गया है. साथ ही जो बच्चे कक्षा 1 से 12 तक में अध्ययनरत हैं उन्हें पढ़ाई के लिए 20,000 रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति भी दी जाएगी. पात्र बच्चों को केंद्र सरकार के आवासीय विद्यालयों में शिक्षा की व्यवस्था कराई जाएगी.
और क्या लाभ दिया गया
योगी सरकार कोरोना काल में अपने माता-पिता दोनों या किसी एक को खोने वाले प्रदेश के 16,260 और गोरखपुर जनपद के 714 बच्चों का सहारा बनी है. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत प्रदेश के 11,049 और गोरखपुर के 575 ऐसे बच्चों को प्रतिमाह चार 4,000 रुपये दिए जा रहे हैं, जिनके माता-पिता दोनों, या किसी एक की मृत्यु कोरोना के कारण हुई. जबकि राज्य में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के अंतर्गत 5,211 और गोरखपुर के 139 बच्चों को प्रतिमाह 2,500 रुपये दिए जा रहे हैं, जिनके माता-पिता दोनों या किसी एक की मृत्यु कोरोना काल में किसी अन्य कारणों से हुई. गोरखपुर में कोरोना काल में बेसहारा हुए और कक्षा 9 या इससे ऊपर की पढ़ाई करने वाले 116 बच्चों को योगी सरकार लैपटॉप भी प्रदान कर चुकी है.