पूर्वोत्तर रेलवे (North Eastern Railway) गोरखपुर के गोंडा स्टेशन (Gonda railway station) और यार्ड के 17 मई से शुरू हुए कार्यों की वजह से हर दिन कई ट्रेनें कैंसिल हो रही हैं. सोमवार को भी 21 जोड़ी और 9 सिंगल ट्रेनों को कैंसिल किया गया है लेकिन रिमॉडलिंग काम महज दो दिन में यानी 8 जून को पूरा हो जाएगा. इससे यात्रियों को काफी सुविधा होगी. प्लेटफार्म खाली न होने के बावजूद आउटर पर खड़ी गाड़ियों को इंतजार नहीं करना होगा. इसके साथ ही 9 जून को अंतरराष्ट्रीय समपार दिवस पर हर फाटक पर रेलवे की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जिससे लोग बैरियर बंद होने के दौरान नीचे से समपार फाटक को पार करने की कोशिश कर अपनी जान जोखिम में नहीं डालें.
गोंडा स्टेशन का होगा कायाकल्प-सीपीआरओ
पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि, गोंडा स्टेशन का पूरा कायाकल्प करना है. इसके लिए यार्ड का बेहतर होना जरूरी है क्योंकि कई बार देखा जाता है कि स्टेशन पर प्लेटफार्म खाली है, लेकिन ट्रेन आउटर पर देर तक खड़ी है. जब रिमॉडलिंग किया जाता है, तब इन बातों का ध्यान रखा जाता है कि कोई भी ऐसा प्लेटफार्म न हो, जिसकी कनेक्टिविटी न हो, जिससे ऐसी स्थितियां न उत्पन्न हो कि प्लेटफार्म अवलेबल होने के बावजूद ट्रेन बाहर खड़ी है. इन अवरोधों को खत्म करने के लिए रिमॉडलिंग किया जाता है.
रिमॉडलिंग का कार्य शुरू-सीपीआरओ
सीपीआरओ ने बताया, गोरखपुर से गोंडा जो लूप लाइन जाती है, उसकी कनेक्टिविटी सभी लाइनों से नहीं है. उसकी प्रॉपर कनेक्टिविटी हो जाए. गोंडा-बहराइच की लाइन है, वो भी लास्ट के दो प्लेटफार्म से कनेक्टेड है. इधर के प्लेटफार्म से कनेक्टेड नहीं है. सीधे लखनऊ नहीं ले जा सकते हैं. पूरे यार्ड से होकर निकालते हैं. ये गतिरोध और अवरोध दूर करने के लिए काफी समय से रिमॉडलिंग का कार्य होना था, जिसे शुरू किया गया है. जब रिमॉडलिंग का कार्य होता है, तो कुछ गाडि़यों पर इसका असर पड़ता है.
21 जोड़ी ट्रेनें और 9 सिंगल ट्रेनें कैसिंल
सीपीआरओ ने बताया, 17 मई से ये कार्य शुरू हुआ है. कार्य शुरु होने पर गोंडा से गोरखपुर की लाइन पर पैसेंजर ट्रेन जो लूप लाइन और लखनऊ के लिए चलती हैं, इन ट्रेनों को कैंसिल किया गया था. काम बढ़ने के साथ ही कैंसिलेशन भी बढ़ा है. आज 21 जोड़ी ट्रेनें कैसिंल की गई हैं. 9 सिंगल ट्रेनों को कैंसिल किया गया है. 8 जून को रिमॉडलिंग का कार्य पूरा हो जाएगा. इससे यात्रियों को राहत मिलेगी. अधिक से अधिक ट्रेनों को चलाया जा रहा है. गर्मी से ही अप्रैल माह से समर स्पेशल ट्रेनों को चला रहे हैं. एनआई का काम लगभग पूरा हो गया है. रेलकर्मी रात-दिन कार्य कर रहे हैं. जिससे निर्धारित तारीख के अंदर यात्रियों को राहत मिल सके.
अंतरराष्ट्रीय समपार दिवस मनाया जा रहा
सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि, रेलवे द्वारा अंतरराष्ट्रीय समपार दिवस मनाया जा रहा है. इसके अंतर्गत जो मानवीय समपार है, वहां पर लोगों को जागरूक किया जाता है. आपने देखा होगा कि लोग बैरियर को थोड़ा सा उठाकर बाइक और साइकिल लेकर जाते हैं. ये खतरनाक हो सकता है. रेड सिग्नल और ग्रीन सिग्नल देखकर फाटक को पार करें. गेटमैन पर अनावश्यक दबाव न बनाएं. ये कानूनन जुर्म है. ये जानलेवा साबित हो सकता है. एसएमएस के माध्यम से भी जागरूकता फलाई जाती है. पैम्पलेट बांटकर अलग-अलग गांव और स्कूलों में जाकर लोगों को जागरूक किया जाता है. रेलवे 9 जून को अलग-अलग समपार पर जागरूकता अभियान चलाएगा.