Gorakhpur Suicide: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में गुरुवार को रोंगटे खड़े कर देने वाली सामने आई, जहां ननद की बेटी की सगाई में पति जब पत्नी को साथ नहीं ले गया तो महिला को इतना गुस्सा आया कि उसने अपनी 12 साल की बेटी के साथ खुद पर मिट्टी का तेल छिड़कर आत्मदाह (Suicide) कर लिया. वो अपने साथ दो और बच्चों की भी जीवनलीला खत्म कर देना चाहती थी, लेकिन जब उसने उन बच्चों पर तेल डाला तो वो वहां से भाग गए. इस घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया है.


गोरखपुर के गुलरिहा थानक्षेत्र के भटहट स्थित मोहिउद्दीनपुर के रहने वाले श्रीकांत सिंह सउदी अरब में काम करते हैं. वो पिछले साल 8 जनवरी को घर आए थे, तभी से घर पर ही रह रहे थे. श्रीकांत के साथ पत्नी निर्मला देवी (40), मां फूलमती (70), बड़ी बेटी अर्पिता (17), छोटी बेटी सलोनी (12) और बेटा विवेक सिंह (12) भी रहते थे. गुरुवार को श्रीकांत की बहन की बेटी यानी उनकी भांजी की सगाई का कार्यक्रम था. सुबह करीब 10 बजे जब निर्मला ने पति के साथ आराम से खाना भी खाया लेकिन जब पति सगाई के कार्यक्रम में जाने लगा तो निर्मला ने भी उसके साथ जाने की जिद की. 


मिट्टी का तेल छिड़क कर लगाई आग


श्रीकांत ने पत्नी को साथ जाने से मना कर दिया और अकेला ही सगाई के लिए चला गया. ये बात पत्नी को इतनी नागवार गुजरी कि उसने 12 साल की बेटी सलोनी और विवेक के ऊपर मिट्टी का तेल छिड़क दिया. 17 वर्षीय अर्पिता मां की मंशा को समझकर वहां से भाग गई. मौका देखकर विवेक भी वहां से भाग गया. जिसके बाद महिला ने 12 साल की बेटी के साथ खुद को आग लगा ली. घर से धुआं उठता देख आसपास के लोग वहां पहुंच गए, इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता मां-बेटी की आग में झुलसकर मौत हो चुकी थी. 


घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने कहा कि मृतका निर्मला के पिता देवनारायण ने तहरीर दी है. तहरीर के आधार पर मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. प्रथम दृष्‍टया घटना के पीछे कोई बड़ी वजह सामने नहीं आई है. उसने अपने बच्‍चों के ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आत्‍मदाह का प्रयास किया. इसमें निर्मला और उसकी बेटी सोनम की मौत हो गई है, लेकिन पिता की तहरीर पर जांच की जा रही है.


ये भी पढ़ें- Defamation Case: राहुल गांधी के समर्थन में पहली बार क्यों उतरे अखिलेश यादव? बड़ा सियासी संदेश देने की है कोशिश