Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रहने वाले वर्ल्ड रिकार्डधारी माउंटेनियर उमा सिंह की मायूसी खत्म हो गई है. उनके चेहरे पर मुस्कान लौट आई है. इसकी वजह भी साफ है, क्योंकि एक चोर ने उनकी वो यादगार साइकिल चुरा ली थी, जिस साइकिल से उन्होंने हिमाचल प्रदेश के माउंट फ्रेंडशिप को फतह कर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था. वे साइकिल से माउंट फ्रेंडशिप फतह करने वाले दुनिया के इकलौते माउंटेनियर हैं. उनकी चोरी हुई साइकिल को योगी सरकार की पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही खोज निकाला. साइकिल चोरी करने वाले चोर के पास से कुल तीन साइकिलें बरामद हुई हैं.
गोरखपुर के किसान के बेटे 28 वर्षीय माउंटेनियर उमा सिंह मूल रूप से गोरखपुर के बांसगांव तहसील के खजनी थाना क्षेत्र के गोड़सैरा गांव के रहने वाले हैं. उमा सिंह की साइकिल गोरखपुर के कोतवाली थानाक्षेत्र के मेवातीपुर स्थित उनके किराए के मकान से तीन दिन पहले चोरी हुई, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी उस समय हुई. जब वे यहां किराए के मकान पर 21 फरवरी की रात पहुंचे तो सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद उसमें चोर दिखाई दे गया. इसकी उन्होंने कोतवाली पुलिस को तहरीर और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराई.
कोतवाली पुलिस ने उनकी मदद की और उनके साथ चोर की तलाश में जुट गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर की कोतवाली पुलिस और उमा सिंह की खोजबीन रंग लाई. कोतवाली पुलिस और नगर निगम चौकी इंचार्ज ने उनका साथ दिया और चोर 24 घंटे के भीतर ही साइकिल समेत अरेस्ट कर लिया गया. उनकी यादगार साइकिल की कीमत 70 से 80 हजार रुपये है. इसके चोरी हो जाने के बाद उमा सिंह काफी भावुक हो गए. एबीपी लाइव के कैमरे पर उन्होंने चोर से भी भावुक अपील की थी कि वो उनकी साइकिल वापस कर दें, लेकिन इसके पहले ही चोर को पुलिस ने चोरी की तीन साइकिलों के साथ गिरफ्तार कर लिया. माउंटेनियर ने योगी सरकार और गोरखपुर की कोतवाली पुलिस को भी थैंक्स कहा है.
माउंटेनियर उमा सिंह ने इस साइकिल से हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थित माउंट फ्रेंडशिप को फतह किया था. उन्हें साइकिल से माउंट फ्रेंडशिप फतह करने वाले दुनिया के पहले पर्वतारोही के रूप में जाना जाता है. किसान के बेटे की उपलब्धियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को सिलेबस में भी पढ़ाया जाता है. उमा सिंह ने 25 अक्टूबर 2022 को माउंट फ्रेंडशिप पर चढ़ाई के लिए गोरखपुर से कूच किया. उमा सिंह ने बताया कि 17,346 फीट ऊंचे इस पर्वत का शीर्ष करीब दो सौ मीटर तक दीवार की तरह खड़ा है. साइकिल से वहां तक पहुंचना संभव नहीं है. गाइड के निर्देशानुसार टॉप से 200 मीटर नीचे से ही 5 नवंबर 2022 को उन्होंने तिरंगा फहराने के बाद वापसी की. 5 नवंबर 2022 की देर शाम पर्वत से नीचे आ गए.
माउंट फ्रेंडशिप की चोटी फतह करने वाले दुनिया के पहले पर्वतारोही
गोरखपुर के बांसगांव तहसील क्षेत्र के गोड़सैरा गांव के रहने वाले उमा सिंह ने 25 अक्टूबर 2022 को गोरखपुर से ही साइकिल से इस यात्रा की शुरुआत थी. बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष व एमएलसी डॉ. धर्मेन्द्र सिंह ने हरी झंडी दिखाकर उन्हें रवाना किया था. गोरखपुर से लखनऊ, आगरा, दिल्ली, चंडीगढ़ होते हुए वह साइकिल से ही 2 नवंबर 2022 को मनाली तक करीब 1400 किमी का सफर पूरा कर पहुंचे. वहां से 2 नवंबर को ही इस अभियान की शुरुआत कर दी. इस पूरी यात्रा में उन्हें कुल 12 दिन लगे थे. उमा सिंह मनाली स्थित माउंट फ्रेंडशिप की चोटी फतह करने वाले दुनिया के पहले पर्वतारोही हैं. जब उन्होंने इस कीर्तिमान को बनाया था, तो उनकी उम्र महज 26 साल रही है.
जीकी बाइक ने भेंट की थी साइकिल
मनाली में 2 नवंबर को लुधियाना की कंपनी 'जीकी बाइक' ने उन्हें माउंटेन टेरेन बाइक (पहाड़ों पर चलाने वाली साइकिल) भेंट की थी. इसकी बाजार में कीमत 70 से 80 हजार रुपये है. वे बताते हैं कि 2, 3 और 4 नवंबर को वह पहाड़ पर चढ़ते रहे. इस दौरान गाइड सुमेद मेहला उनके साथ थे. तीन दिन मोबाइल नेटवर्क से बाहर रहे, रात होने पर टेंट लगाकर पहाड़ पर ही सो जाते, सुबह फिर अभियान पर निकलते. 5 नवंबर को दिन में करीब 11 बजे वह अपने लक्ष्य तक पहुंच गए.
उमा सिंह ने पहले भी बनाए हैं कई रिकॉर्ड
12 से 15 अगस्त 2022 के बीच हिमालय पर्वत की चार चोटियों पर साइकिल से चढ़ाई कर पहले भारतीय और दुनिया के तीसरे पर्वतारोही बने थे
15 से 17 जुलाई 2022 के बीच कश्मीर से कन्याकुमारी (3629 किमी) का सफर किराए की स्पोर्ट्स बाइक से रिकॉर्ड 63 घंटे 35 मिनट 20 सेकंड में तय किया था
15 अगस्त 2021 को अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (19340 फीट) पर साइकिल से च ऐप पर पढ़ें कर तिरंगा फहराया
30 नवम्बर 2020 से 10 फरवरी 2021 के बीच 73 दिनों में 12,271 किमी का सफर साइकिल से पूरा करने का रिकॉर्ड उमा के नाम है. इस दौरान उन्होंने देश के सभी राज्यों और उनकी राजधानी तक अपनी दस्तक दी
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