UP Election 2022: विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब दलित दांव चला हैं. सीएम योगी ने मकर संक्रांति के दिन दलित कार्यकर्ता के घर खिचड़ी खाई और विपक्षियों पर जमकर हमला बोला. यही नहीं उन्होंने पार्टी छोड़कर जाने वालों को भी आड़े हाथों लिया. योगी ने कहा कि भ्रष्टाचार जिनके जीन्स का हिस्सा हो, वो सामाजिक न्याय की लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं. सामाजिक न्याय यही है कि बगैर भेदभाव के समाज के सभी वर्ग के लोगों को शासन की योजना का लाभ मिले.
पार्टी छोड़कर जाने वालों पर निशाना
योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के झुंगिया बाजार में भाजपा के महानगर मंत्री अमृत लाल भारती के घर पहुंचे. यहां पर उन्होंने खिचड़ी, दही, आलू-गोभी की सब्जी खाई और मिट्टी के बट्टे में पानी भी पिया. जब उनसे दलित विरोधी होने और पार्टी छोड़कर जाने वालों के आरोपों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार से तुलना की जाए तो उन्होंने 5 में सिर्फ 18 हजार मकान ही दिए थे, लेकिन अब किसी भी दलित बस्ती में चले जाईए, वहीं पीएम आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना से मिले घर होंगे.
समाजवादी पार्टी पर साधा निशाना
सीएम योगी ने कहा कि 45 लाख लोगों को आवास देना ही हमारे लिए सामाजिक न्याय है. इन गरीबों के हक को हड़पना उनके लिए उनका जन्म सिद्ध अधिकार है. इसी को वे सामाजिक न्याय कहते हैं, तो उन्हें लगता है कि ये सामाजिक न्याय नहीं सामाजिक शोषण है. योगी ने कहा, सबका साथ, सबका विकास का मंत्र ही सामाजिक न्याय का सही मंत्र है. सामाजिक मंत्र के इसी अभियान के तहत समता भोज का कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए आज आयोजित किया गया है.
डबल इंजन की सरकार के काम गिनाए
योगी ने अपनी सरकार के काम गिनाते हुए कहा कि प्रदेश के अंदर 9 करोड़ से ज्यादा परिवारों को आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पांच लाख रुपए का बीमा मिला हुआ है. 15 करोड़ लोगों को कोरोना माहामारी में निःशुल्क जांच, वैक्सीनेशन और डबल इंजन की सरकार में महीने में दो बार राशन निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है. यही समतामूलक समाज की स्थापना, भ्रष्टाचार मुक्त अपराधमुक्त व्यवस्था और सुशासन का हिस्सा है.
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