Ram Mandir Opening: 'गौरव का पल...', रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर बोले शंकराचार्य अधोक्षजानंद महाराज
Ram Mandir Inauguration: 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व गलत खबर फैला रहे हैं.
Ramlala Pran Pratishtha: आगरा पहुंचे गोवर्धन पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने राम मंदिर पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देश और लोगों के लिए गौरव का पल बताया. जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने कहा कि हर कोई राम मंदिर के लिए उत्साहित है. उन्होंने साफ कहा कि कोई शंकराचार्य रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से नाराज नहीं है.
'असामाजिक तत्व सोशल मीडिया फैला रहे हैं गलत खबर'
असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर गलत खबर फैला रहे हैं. बता दें कि अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पर विवाद खड़ा हो गया है. शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने साफ कहा कि कोई भी शंकराचार्य प्राण प्रतिष्ठा से नाराज नहीं है और न ही किसी ने कोई सवाल उठाए हैं. प्राण प्रतिष्ठा से चारों शंकराचार्यों की नाराजगी की खबर को भ्रामक बताया. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों की तरफ से सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है. भगवान राम के नाम से किसी को कोई परहेज नहीं है. नकारात्मक लोग गलत खबर फैला रहे हैं.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर बोले शंकराचार्य अधोक्षजानंद
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद नये युग का आरंभ होगा. शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने कहा कि राम मंदिर का गर्भगृह बनकर तैयार है और प्राण प्रतिष्ठा उसी में होनी है. उन्होंने कहा कि रामलला के दर्शन का निमंत्रण मिलने की जरुरत नहीं. हम भी रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे. लोगों को निमंत्रण मिलना जरुरी नहीं है. उन्होंने कहा जिन लोगों को निमंत्रण मिला है 22 जनवरी को जरुर अयोध्या जाएं. उन्होंने ऐतिहासिक पल का लाभ उठाने की अपील की. जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने कहा कि कलयुग में अब त्रेता युग की शुरुआत होने जा रही है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री मोदी उपस्थित रहेंगे और उनकी मौजूदगी में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाएगा. जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद महाराज तीर्थ स्थलों के भ्रमण पर निकले हुए हैं.