हमीरपुर, एबीपी गंगा। सरकार का फरमान हो तो कर्मचारियों को मानना ही पड़ेगा। हमीरपुर जिला प्रशासन के आदेश के बाद अब जिले के अधिकारी और कर्मचारी चूहों और छछुंदरों को पकड़ने के अभियान में जुटे हैं। इसके तहत अब तक सैकड़ों चूहों को पकड़ा जा चुका है।


संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत कृषि निदेशक ने शासनादेश जारी कर के पूरे प्रदेश में एक मार्च से 31 मार्च तक खेतों और घरों में रहने वाले चूहों और छछूंदरों को पकड़ कर खेत की फसलों को नुकसान से बचाने का आदेश दिया है। जिसके पालन में हमीरपुर ज़िले में कृषि विभाग के 50 अधिकारी और कर्मचारियों को चूहों को पकड़ने के काम में लगाया गया है।



भाजपा सरकार ने अफसरों को नया फरमान सुनाया है जिसमें अब सरकारी अफसर से लेकर तमाम कर्मचारी चूहा और छछूंदर को न सिर्फ पकड़ेंगे बल्कि उन पर कार्रवाई भी करेंगे। जिला कृषि अधिकारी ने तर्क देते हुए बताया कि दरअसल किसानों की फसल और भंडारण में चूहे और छछूंदर नुकसान पहुंचाते हैं लिहाज़ा सरकार ने इन्हें कैद करने का फरमान सुनाया है और अब तक वो सैकड़ों चूहों को कैद कर चुके हैं।


विपक्ष ने दी धार्मिक भावनाओं की दुहाई


वहीं इस आदेश पर सियासत भी होने लगी है। विपक्ष के नेता इसको धार्मिक भावनाओं से जोड़ कर देख रहे हैं। कांग्रेसी नेता का कहना है कि हिंदुत्व का चोला ओढ़कर अब भाजपा नेता गणेश जी की सवारी को ही प्रतिबंधित करने जा रहे हैं, जो कि घोर निंदनीय है। सरकार को चाहिए कि इस पर पुनः विचार करे और इस आदेश को वापस लेना चाहिए ताकि हिंदुओं की आस्था को ठेस न पहुंचे।