Incredible India: सरकार शुरू करने जा रही है अतुल्य भारत 3.0 अभियान, अब पर्यटन स्थलों को महसूस करेंगे टूरिस्ट
Incredible India: टूरिस्ट जहां घुमने जाते हैं वहां की गतिविधियों को समेट लेना चाहते हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए पर्यटन मंत्रालय बहुत जल्द नया 'अतुल्य भारत' अभियान शुरु करने जा रहा है.
Incredible India Campaign: आपको पर्यटन और घुमने की इस्टाग्राम रिल्स पर हजारों वीडियो मिल जाएंगी. इन वीडियोज़ को इस अंदाज से बनाया जाता है कि दर्शक उसे महसूस कर सकें. खासतौर से कोरोना महामारी के बाद पर्यटन क्षेत्र में तेजी से बदलाव हुआ है. टूरिस्ट स्थलों को देखने के साथ-साथ उसे महसूस करना चाहते हैं. टूरिस्ट जहां घूमने जाते हैं वहां की गतिविधियों को अपने अंदर समेट लेना चाहते हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए पर्यटन मंत्रालय बहुत जल्द नया 'अतुल्य भारत' अभियान शुरु करने जा रहा है.
सरकार अतुल्य भारत 3.0 शुरु करने जा रही
अब भारत सरकार अतुल्य भारत अभियान एक, दो के बाद 3.0 शुरु करने जा रही है. अतुल्य भारत 3.0 अभियान के तहत सरकार पर्यटन के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव की तैयारी करने जा रही है. इन बदलावों के अंतर्गत टूरिस्ट स्थलों के आसपास के इलाकों की गतिविधियों का भी अनुभव कर पाएंगे. इसके साथ ही टूरिस्ट स्थल के आसपास की मशहूर चीजों को बनाने के बारे में भी सीख पाएंगे.
टूरिस्टों की मांग में आया बदलाव
इस बारे में पर्यटन मंत्रालय की एडिशनल महानिदेशक रूपिंदर बरार ने बताया कि कोरोना के बाद टूरिस्टों की मांग में बदलाव आया है. टूरिस्ट अब किसी पर्यटन स्थल को देखने के बजाय उस जगह का अनुभव करना चाहते हैं. वह सीखना चाहते हैं. इसीलिए अतुल्य भारत 3.0 अभियान में इन सभी बातों का ध्यान रखा जाएगा.
पेठे की मिठाई बनाना सीख सकते हैं टूरिस्ट
रूपिंदर बरार ने आगे बताया, "कोई टूरिस्ट जोधपुर जाता है, वह पर्यटन स्थलों को देखता है. उसे हर जगह पर खास अंदाज की जूतियां बिकती हुई दिखती हैं. ज्यादातर टूरिस्ट दुकानदारों से उन्हें बनाने की प्रक्रिया के बारे में सवाल करते हैं. इसको देखते हुए हमारी कोशिश है कि टूरिस्ट खुद जूती बनाने का अनुभव कर सकें. इसलिए अतुल्य भारत 3.0 अभियान में टूरिस्ट स्थल को देखने, घूमने के साथ उसका अनुभव और प्रशिक्षण को शामिल किया है. इसको ऐसे समझिए कोई टूरिस्ट ताजमहल देखने गया है, तो वह कुछ घंटों में पेठे की मिठाई बनाना सीख सकता है."
बता दें कि पर्यटन मंत्रालय ने सन 2002 में अतुल्य भारत अभियान की शुरूआत की थी. इस अभियान के तहत हिमालय, वन्य जीव, योग और आयुर्वेद की तरफ अंतरराष्ट्रीय टूरिस्टों का ध्यान खिंचा गया था. इस अभियान ने देश में पर्यटन के क्षेत्र में संभावनों के नए द्वार खोले. इससे देश में पर्यटन को बढ़ावा मिला. पर्यटन मंत्रालय ने 2017 में अतुल्य भारत 2.0 अभियान शुरु किया था. जिसके अंतर्गत अलग-अलग जगहों को प्रमोट करने के लिए डिजिटल और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों का ध्यान केंद्रित किया गया था.