लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार के तीनों मंत्रियों- रीता जोशी, एसपी बघेल और सत्यदेव पचौरी के इस्तीफे को राज्यपाल राम नाईक ने मंजूर कर लिया है। इसके साथ ही राज्यपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्ताव पर संबंधित मंत्रियों के विभाग को दूसरों मंत्रियों को आवंटित कर दिए हैं।
तीनों के पास कौन सा मंत्रालय था?
बता दें कि यूपी सरकार में एसपी बघेल पशुधन, लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग के मंत्री थे, जबकि रीता बहुगुणा जोशी महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण एवं पर्यटन विभाग संभाल रही थीं। वहीं, उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के मंत्री सत्यदेव पचौरी थे। लोकसभा चुनाव 2019 जीतने के बाद इन तीनों ने राज्य सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
अब किसको मिली जिम्मेदारी?
तीनों मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पास महिला कल्याण एवं पर्यटन विभाग को रखा है। पशुधन एवं मत्स्य विभाग लक्ष्मीनारायण चौधरी को सौंपा, जबकि लघु सिंचाई विभाग धर्मपाल सिंह, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग सिद्धार्थ नाथ सिंह और खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्रोद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग का कार्यभार सतीश महाना को आवंटित किया है।
उपचुनाव के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल संभव
योगी सरकार के तीनों मंत्रियों के सांसद चुने जाने के बाद और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओम प्रकार राजभर की बर्खास्ती के बाद अटकलें हैं कि जल्द ही योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा। हालांकि, सोमवार को इस्तीफा देने वाले मंत्रियों के विभाग को दूसरे मंत्रियों को सौंपने के बाद मुख्यमंत्री ने ये संकेत दे दिए हैं कि फिलहाल मंत्रिमंडल में कोई फेरबदल नहीं होगा। बता दें कि राज्य की 12 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उपचुनाव के बाद मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है। हालांकि, ये भी कहा जा रहा है कि दिल्ली से संकेत मिलने के बाद ही मंत्रिमंडल में कोई विस्तार होगा।
योगी मंत्रिमंडल में कुल 43 मंत्री
यूपी सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मिलाकर कुल 43 मंत्री हैं। इनमें दो उप मुख्यमंत्री, 18 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री और 13 राज्यमंत्री हैं।