सिद्धार्थनगर. चार साल पहले ही सिद्धार्थनगर जिला ओडीएफ घोषित हो चुका है, लेकिन बर्डपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बरगदवा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना को पलीता लगाया जा रहा है. इस योजना के नाम पर बर्डपुर ब्लॉक के दर्जनों ग्राम सभाओं में करोड़ों के वारे-न्यारे कर दिए गए. आरोप है कि जिम्मेदार लोग गलत तरीके से शौचालयों का निर्माण कर रहे हैं तो वहीं, नियमों को ताक पर रखकर योजना की धनराशि लाभार्थियों के खाते में नहीं भेजी जा रही है. इतना ही नहीं अधिकारियों ने अधूरे बने शौचालयों का सत्यापन कर दिया, जबकि गांवों के दर्जनों लोग शौचालय से वंचित हैं.


योजना के पैसे ऐसे हजम कर रहे हैं प्रधान
स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये खाते में दिए जाते हैं. नियम के अनुसार यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जाना चाहिए, लेकिन बर्डपुर ब्लॉक में ऐसा नहीं हो रहा है. यहां प्रधान लाभार्थियों के नाम चेक बनवाते हैं और फिर उनके हस्ताक्षर से खुद पैसे निकाल ले रहे हैं. जो लाभार्थी ऐसा नहीं करते, उनके शौचालय रिजेक्ट कर दिये जाते हैं. ऐसा ही मामला बरगदवा ग्रामपंचायत में सामने आया है.


यहां लाभार्थियों ने बताया कि शौचालय पास होने के बाद प्रधान ने ठेकेदारों से आधा-अधूरा शौचालय बनवा कर शौचालय का पूरा पैसा निकाल लिया, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है. मजबूरन गांव के लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है.


वहीं, जब इस मामले में उप सहायक विकास अधिकारी राम प्यारे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जांच में शौचालय सही पाए गए हैं. हालांकि शौचालय की हालत हकीकत बयां कर रही है.


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