अयोध्या. कोरोनावायरस के दौर में इस बार अयोध्या का चौथा दीपोत्सव कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा. राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद यह पहला दीपोत्सव कार्यक्रम होगा, इसलिए लोगों का उत्साह चरम पर है. प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है कि इस सब के बावजूद इस बार रामलला के अस्थाई मंदिर में भी दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया जाएगा और खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला की आरती करेंगे.


नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
अगर बात करें दीपोत्सव के समय जलने वाले दीपकों की तो, इस बार भी नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है और इसके लिए राम की पैड़ी पर 5 लाख से साढ़े पांच लाख दीपक जलाए जाएंगे. इसके अलावा दीपोत्सव के मौके पर पर्यटन विभाग के कार्यक्रम होंगे, झांकियां निकलेंगी और अयोध्या को एक बार फिर और रोशनी से जगमगाया जाएगा लेकिन सब कुछ कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए.


सीएम योगी करेंगे रामलला की आरती


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दीपोत्सव के समय राम जन्मभूमि परिसर में स्थापित रामलला की आरती करने और वहां दीप जलाने को लेकर अयोध्या के संत महंत आह्लादित हैं और रामलला के मुख्य पुजारी कहते हैं कि चौथा दीपोत्सव कार्यक्रम अद्वितीय होगा क्योंकि उनकी जानकारी के अनुसार इस वर्ष रामलला के मंदिर में भी दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया जाएगा और खुद मुख्यमंत्री योगी रामलला की आरती करेंगे. वहीं, दीपोत्सव कार्यक्रम से जुड़े अन्य संत महंत भी कहते हैं कि पहले हम भगवान को आने की प्रसन्नता में ठाकुर जी को राम मंदिर में लाने की प्रसन्नता में उत्सव मना रहे थे. आज हम भगवान का भव्य मंदिर बन रहा है इसलिए और भव्य तरीके से दीपोत्सव मनाया जाएगा. लगभग साढे पांच लाख दीपों से राम की पैड़ी को जगमग करने का प्रयास माननीय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी महाराज का है. यह निश्चित रूप से सफल होगा. लेकिन सभी कहते हैं कोरोनावायरस के मध्य काल में यह कार्यक्रम हो रहा है इसलिए उत्साह के बावजूद उसके मापदंडों का पालन किया जाना जरूरी है.


खास होगा दीपोत्सव


मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि तीन वर्षों से अभी तक रामलला दीपोत्सव से वंचित रहे. इस बार जो दीपोत्सव मनाया जा रहा है, उसमें रामलला की आरती मुख्यमंत्री करेंगे. उन्होंने कहा कि इस वर्ष की दीपावली अपने आप में अद्वितीय होगी, क्योंकि इस वर्ष से रामलला विराजमान होंगे और उनका भी दीपोत्सव विधिवत बनाया जाएगा.


सरयू आरती समिति के अध्यक्ष शशिकांत दास ने कहा कि हमारे रामलीला का भव्य दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. कार्य शुरू हो गया है पहले यह था कि हम भगवान को आने की प्रसन्नता में ठाकुर जी को राम मंदिर में लाने की प्रसन्नता में उत्सव मना रहे थे. आज हम भगवान का भव्य मंदिर बन रहा है इसलिए और भव्य तरीके से दीपोत्सव मनाया जाएगा.


तैयारी में जुटा सरकारी अमला


अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियों और कोरोनावायरस के चलते बनाए जाने वाली ऐसी रणनीति जिससे उसकी भव्यता में कमी ना हो इसी मंथन को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की बैठकों का दौर जारी है और दीपकों की रिकॉर्ड संख्या और भव्य कार्यक्रम के दावे के बीच कार्यक्रम स्थल पर कम से कम लोगों की मौजूदगी रहे इसकी कार्ययोजना तैयार की जा रही है. अभी तक प्रशासनिक अफसरों की मानें तो इस बात पर सहमति बन गई है कि बिना आमंत्रण कार्ड के कोई भी राम की पैड़ी पर दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेगा. यही नहीं, कार्यक्रम स्थल की तरफ जाने वाले मार्गों को भी डायवर्ट किया जाएगा यानि यह दीप उत्सव कार्यक्रम वर्चुअल तो नहीं कहा जा सकता लेकिन लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा ना हो इसको लेकर हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं.


अयोध्या के मंडल कमिश्नर एमपी अग्रवाल ने कहा कि हर साल की तरह जैसे तीन दिन का होता है वैसे ही तीन दिन का प्रोग्राम रहेगा. मुख्य प्रोग्राम हमारा 13 तारीख को झाकियां का रहेगा. उन्होंने कहा कि अब की खास रहेगा कि दीपक इस बार अधिक रहेंगे. आपने देखा है कि राम की पैड़ी आगे बढ़ गई है इसलिए दीपक का क्षेत्र अधिक रहेगा. एक बार इसके अलावा पर्यटन विभाग द्वारा जो कार्यक्रम कराए जाता है वह भी इस बार अनूठा रहेगा.