अयोध्या. इस बार दीपोत्सव में ग्यारह झाकियां आकर्षण का केंद्र होंगा जो साकेत पी जी कालेज से निकलकर नयाघाट तक शोभा यात्रा निकाली जाएगी. इस रथ पर भगवान राम के जीवन के कई प्रसंगों का मंचन होगा. इसके लिये भी तैयारियां तेज कर दी गई हैं और 75 फीसदी कार्य भी पूरा कर लिया गया है. शोभा रथ यात्रा के ठेकेदार ने बताया कि 10 नवंबर तक सभी काम पूरा कर लिया जाएगा. 11 नवंबर को रिहर्सल का तर्ज पर शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जिससे कि बाधा बन रहे बिजली के तार जैसे अन्य अड़चन से निपटा जा सके. इस बार का दीपोत्सव बेहद खास होगा. राम मंदिर विवाद पर फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है. यह पहला दीपोत्सव है. योगी सरकार इसे भव्य बनाने की तैयारी में है. पिछली बार 4 लाख 26 हजार दीपक जला कर विश्व रिकॉर्ड बना चुकी अवध विश्वविद्यालय, इस बार साढ़े पांच लाख दीपदान कर गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज करेगा.
अधिकारयों को दी गईं डेडलाइन
पिछले साल दीपोत्सव की अपेक्षा इस बार भव्य दीपोत्सव. योगी सरकार ने इस बार दीपोत्सव को और दिव्य और खास बनाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है. जिस क्रम में अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है, अधिकारियों को आखिरी डेट दी गई है, जब उनको अयोध्या को पूरी तरह से तैयार कर देना है. जिसमें तीन दिवसीय दीपोत्सव मनाया जाएगा. इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ राम जन्मभूमि भगवान राम लला की आरती उतारने के पश्चात राम जन्म भूमि परिसर में दीप प्रज्वलित करेंगे. साढ़े पांच लाख दिये जलाकर अवध विश्वविद्यालय विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने की कोशिश करेगा. पिछली बार 4 लाख 26 हजार दीप जला कर अपने ही कीर्तिमान को तोड़ चुकी है. इस बार अवध विश्वविद्यालय दस हजार छात्र-छात्राओं के साथ यह प्रयास करेगा की साढ़े पांच लाख दीपक जलाकर अपना ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने का प्रयास करेगा.
पुष्पक विमान से अयोध्या पहुंचेंगे राम और सीता
अयोध्या में विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित होंगे. साकेत महाविद्यालय से झांकी निकालकर राम कथा पार्क जाएगी, साथ ही वहां पर राम और सीता पुष्पक विमान से अयोध्या पहुंचेंगे जहां पर उनकी अगवानी मुख्यमंत्री करेंगे. वहीं पर राम कथा पार्क में ही उनका राज्याभिषेक किया जाएगा, उसके बाद राम की पैड़ी से मुख्यमंत्री दीप प्रज्वलित कर दीपोत्सव को प्रारंभ करेंगे.
दीपोत्सव की तैयारी को लेकर अयोध्या के आम जनमानस भी प्रफुल्लित हैं. इस बार का दीपोत्सव बेहद खास है क्योंकि राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है और राम मंदिर निर्माण कार्य के बाद यह पहला मौका होगा जब अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है. इससे पहले तीन बार योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव बना चुके हैं और इस बार योगी सरकार चौथा दीपोत्सव मनाएगी.
75 फीसदी काम पूरा
रामायण के प्रसंगों पर झांकी की तैयारी करा रहे प्रोजेक्ट डायरेक्टर मनीष द्विवेदी ने बताया कि कोरोना की वजह से इस बार दीपोत्सव की तैयारियां थोड़ा विलंब से शुरू हुई हैं. चुनौतियों को पूरा करते हुए दो दिन में रात दिन काम करके 75% से ज्यादा काम पूरा कर लिया गया है. फिनिशिंग और फेब्रिकेशन का काम पूरा कर लिया गया है. 10 नवंबर तक संपूर्ण काम को पूर्ण कर लिया जाएगा. राम के जीवन पर आधारित 11 प्रसंगों पर झांकियां निकाली जाएंगी, जिसमें पुत्रयेष्ठीयज्ञ, राम वन गमन, शबरी मिलन, रामराज्याभिषेक, राम दरबार के प्रसंगों पर झांकी निकाली जाएगी. इस बार की झांकी में अहिल्या उद्धार में नारी सशक्तिकरण का संदेश रहेगा, साथ ही कानून व्यवस्था पर आधारित झांकियां भी निकालने की तैयारी है.
11 प्रसंगों पर आधारित झांकियां
अयोध्या शोध संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि संस्कृत विभाग की तरफ से इस बार भी रामायण के 11 प्रसंगों पर आधारित झांकियां निकाली जाएंगी, जिसमें 20 लोकनृत्य की टीमें भी शामिल रहेंगी, जो साकेत महाविद्यालय से निकलकर के नयाघाट दीपोत्सव स्थल तक आएंगे. साथ ही भारत की बड़ी रामलीला में से चार प्रमुख रामलीला का मंचन भजन संध्या स्थल पर संस्कृति विभाग के द्वारा कराया जाएगा.
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