UP News: ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में लेप्स हुई इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) का सेटलमेंट कराने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया. पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसकी पुलिसकर्मी पत्नी समेत आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. यह गैंग करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है. इन लोगों ने भेल के सेवानिवृत्त अधिकारी से 80 लाख रुपये की ठगी की जिस मामले की जांच के दौरान गैंग का खुलासा हुआ है. इस मामले में साइबर सेल (Cyber Cell) के तत्कालीन प्रभारी और वर्तमान ऐच्छिक चौकी प्रभारी की निलंबित किया गया है. इसके अलावा एक सिपाही वांछित चल रहा है.


 भेल के पूर्व अधिकारी से ऐसे की गई ठगी
ग्रेटर नोएडा में साइबर सेल पुलिस ने  इनके कब्जे से आठ मोबाइल, छह सिम कार्ड, एटीएम कार्ड, डायरी, डेटाशीट, मुहर और आधार कार्ड बरामद किए हैं. डीसीपी ग्रेटर नोएडा अभिषेक वर्मा ने बताया कि भेल के सेवानिवृत्त अधिकारी ने बीते अगस्त महीने में दादरी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने शिकायत में कहा था कि उनकी लेप्स हुई इंश्योरेंस पॉलिसी का सेटलमेंट करने के नाम पर उनके साथ 80 लाख रुपए की ठगी की गई है. आरोपियों ने प्रलोभन देकर रजिस्ट्रेशन चार्ज  और अन्य चार्ज के नाम पर पिछले दो वर्षों में 80 लाख रुपए अलग- अलग बैंक खाते में जमा करा लिए थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल और दादरी कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने छानबीन की तो कुछ अहम सुराग मिले.


पति को संरक्षण देती रही सिपाही प्रियंका


जांच में गाजियाबाद निवासी दीपक कुमार का नाम सामने आया. अभियुक्त दीपक कुमार के कब्जे से पीड़ित अशोक शर्मा के कागजात और कुछ अन्य लोगों के इंश्योरेंस डेटा बरामद किए गए. इस तरह पुलिस ने ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए मुख्य आरोपी दीपक कुमार, उसकी पत्नी प्रियंका, जितेंद्र उर्फ जीतू विशाल त्यागी और हरेंद्र को गिरफ्तार किया. अभियुक्त प्रियंका उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है जो वर्तमान में शामली में तैनात है. डीसीपी ने बताया कि पीड़ित अशोक शर्मा से ठगे गए 80 लाख रुपए की रकम में से 12.50 लाख रुपए प्रियंका के खाते में जमा कराए गए थे, उसे इस बात की जानकारी थी कि उसका पति गलत कार्य में संलिप्त है और इसके बावजूद वह पति को संरक्षण दे रही थी.


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