मायावती पॉलिटेक्निक कॉलेज में रात को अनजान दस्तक से दहशत, 172 लड़कियों ने छोड़ा हॉस्टल
मायावती गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज 22 साल पहले बना था. इस कॉलेज में चार हॉस्टल हैं. लेकिन, आज तक यहां किसी वॉर्डन की तैनाती नहीं हुई है.
Greater Noida: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थिति मायावती गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज में आधी रात को कुछ ऐसा हुआ जिससे यहाँ के हॉस्टल में रहने वाली लड़कियां बुरी तरह घबरा गई हैं. इन छात्राओं में दहशत का ऐसा माहौल है कि हॉस्टल की कुल 187 छात्राओं में से 172 ने तो हॉस्टल ही छोड़ दिया है और वो अपने घर वापस लौट गई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक रविवार की रात को इस कॉलेज में कई अराजक लोगों का समूह घुस गया. जिसके बाद उन्होंने कैंपस में ताकाझांकी की. लड़कियों का कहना है कि ये आवाजे बेहद डराने वाली थीं. लड़कियों का दावा है कि पिछले एक हफ़्ते में कई बार ये लोग इस तरह की घुसपैठ की घटनाएं कर चुके हैं.
गर्ल्स हॉस्टल में अनजान दस्तक से दहशत
लड़कियों का दावा है कि रविवार की रात को हुई घटना और भी ज्यादा डरावनी थी क्योंकि ये लोग लड़कियों के हॉस्टल तक घुस गए और उनके दरवाजों को खटखटाया. अंग्रेजी अखबार से बातचीत में फर्स्ट ईयर की एक छात्रा ने बताया कि कैंपस में कई लोग थे. इनकी उम्र 25-40 साल के बीच की थी, ये लोग लड़कियों के कमरे में ताकाझांकी कर रहे थे. इसके बाद हम लोग बहुत डर गए.
लड़कियों का आरोप है कि उन्होंने शोर मचाया तो वहां उनकी आवाज सुनने वाला भी कोई नहीं था. इन घटनाओं के बाद से ही हॉस्टल में दहशत का माहौल है. लड़कियां रात को बाहर शौचालय तक जाने से डरती है. रात में जाग-जागकर निगरानी करती हैं. इस वजह से एक-एक कमरे में 15-15 लड़कियां तक रहने लगी. उनका कहना है कि वो हॉस्टल में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती इसलिए उन्होंने हॉस्टल को छोड़ने का ही मन बना लिया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
रविवार को हुई इस घटना के बाद छात्राओं ने अगले दिन विरोध प्रदर्शन भी किया. वहीं इस मामले पर पुलिस का कहना है कि छात्राओं से बात की गई है. इस घटना के बाद इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है. छात्राओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण किया जा रहा है. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन से भी बात की गई है. जल्द ही इसे लेकर सख्त कदम उठाए जाएंगे.
मायावती गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज 22 साल पहले बना था. इस कॉलेज में चार हॉस्टल हैं. लेकिन, आज तक यहां किसी वॉर्डन की तैनाती नहीं हुई है. कैंपस की सुरक्षा भी पुख़्ता नहीं है. सुरक्षा के नाम पर चार गार्ड है. इनमें दो दिन में और दो रात को तैनात रहते हैं. ऐसे में अगर एक को छुट्टी लेनी हो तो समस्या और बढ़ जाती है.
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