उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शासन के आदेश पर लगातार अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में भी करीब 10 एकड़ अवैध कब्जे को खाली करा दिया गया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने इटैहरा और छोटी मिलक में प्राधिकरण की जमीन पर अवैध निर्माण को ढहाकर कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की. प्राधिकरण ने दोनों जगहों से करीब 10 एकड़ जमीन पर बने अवैध कब्जे को ढहाया. इन दोनों जगहों पर खाली कराई गई जमीन की कीमत करीब 20 करोड़ होने का आकलन है.
टीम बनाकर पहुंचा प्राधिकरण
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण काफी समय से प्राधिकरण की जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को खाली करवा रहा है और कब्जा करने वालों पर कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में जब प्राधिकरण को जानकारी मिली कि शहर के 2 जगह इटैहरा और छोटी मिलक पर कब्जा कर लिया गया है तो प्राधिकरण के ओएसडी ने एक टीम बनाई जिसमे डीजीएम, वरिष्ठ प्रबंधक और पुलिस बल शामिल था. इसके बाद इटैहरा पहुंचे जहां जमीन पर अवैध कालोनी बनाने की कोशिश कर रहे थे. यहां बाउंड्री वॉल बना लिए गए थे.
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कार्रवाई की चेतावनी
इसके बाद करीब डेढ़ घंटे तक कार्रवाई कर जमीन को खाली करा लिया गया. प्राधिकरण ने वहां मौजूद लोगों को दोबारा कब्जाने की कोशिश करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. इसके बाद प्राधिकरण की टीम छोटी मिलक पहुंची. वहां रोड के किनारे खाली जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे को ढहा दिया गया और प्राधिकरण की पूरी जमीन को खाली करा लिया गया.
किसानों की जमीन पर कब्जा
बता दें कि कॉलोनाइजरों ने प्राधिकरण की जिस जमीन पर कब्जा किया था उसमें से 6 फीसदी आवासीय भूखंड किसानों के लिए आवंटित है. प्राधिकरण की कार्रवाई पर डीजीएम केआर वर्मा ने बताया कि इन दोनों जगहों की जमीनों पर किसानों के लिए छह फीसदी आवासीय भूखंडों का आवंटन हो चुका है.
जब अवैध कब्जों को हटाया जा रहा था उस दौरान स्थानीय पुलिस के साथ ही पीएसी के जवान भी तैनात थे. वहीं डीजीएम ने बताया की अगर कोई प्राधिकरण की अधिसूचित एरिया में जमीन कब्जाने की कोशिश करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.