Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में यमुना विकास प्राधिकरण (Yamuna Development Authority) की सीईओ मोनिका रानी ने भू-माफियाओं के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. यहां फर्जी तरीके से जमीन बेचने के मामले में बैंक प्रबंधक और लेखपाल समेत 6 लोगों के खिलाफ थाना जेवर में मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस अब आगे की जांच में जुट गई है. 


यमुना प्राधिकरण की सीईओ मोनिका रानी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ग्रेटर नोएडा में फर्जी तरीके से किसी और की जमीन को अपनी जमीन बताकर यमुना विकास प्राधिकरण को आपसी समझौते के आधार पर बैनामा कराकर बिक्री किया गया और करीब 4 करोड़ रुपये के मुआवजे का लाभ लेने की कोशिश की गई. जब इस मामले में जांच की गई तो दस्तावेज गलत पाए गए, जिसके बाद लेखपाल समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.


4 करोड़ का मुआवजा लेने की कोशिश


मोनिका रानी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा के ज़ेवर थाने में धीरेंद्र कुमार लेखपाल, देवेंद्र कुमार, बलराम सिंह, विनोद कुमार, बैंक प्रबंधक तथा अन्य लोगों ने मिलीभगत करके ग्राम रबूपुरा तहसील जेवर के खाता संख्या- 93 गाटा संख्या- 1495  के खातेदार ओमवती पत्नी स्वराज निवासी के स्थान पर फर्जी तरीके से उक्त भूमि को यमुना औद्योगिक प्राधिकरण के पक्ष में आपसी समझौते के आधार पर बैनामा द्वारा भूमि विक्रम विक्रय किया. इसके बाद पत्रावली प्रस्तुत कर करीब 4 करोड रुपये का मुआवजा हासिल करने का प्रयास किया जबकि ये भूस्वामी ओमवती पत्नी स्वराज का नाम राजस्व अभिलेखों में अंकित है. 


प्राधिकरण की सीईओ ने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की गई तो जांच में यह पाया गया कि जेवर तहसील के लेखपाल, अधिवक्ता, बैंक कर्मचारियों ने मिलकर इस मामले में धोखाधड़ी की है. जिसके बाद इन सभी पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.


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