नोएडा: एक तरफ जहां टीके की कमी के चलते लोगों को टीकाकरण के लिए स्लॉट्स नहीं मिल पा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ग्रेटर नोएडा की पॉश सोसायटी जेपी ग्रीन्स में अवैध रूप से टीकाकरण का मामला सामने आया है. स्वस्थय विभाग ने कुछ लोगो के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा 2 में मुकदमा दर्ज करवा दिया है. 


जारी है मामले की जांच 
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मई के अंतिम सप्ताह  26 और 27 मई को जेपी ग्रीन्स सोसायटी में टीकाकरण कैंप का आयोजन किया गया था. जिसमें सोसायटी निवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. लेकिन, टीकाकरण के बाद जारी हुए सर्टिफिकेट में टीकाकरण स्थल अलीगढ़ का नौरंगाबाद दिखाया गया. स्वास्थ्य विभाग के तहरीर पर 5 नामजद शुभ गौतम, अनिल गुप्ता, अजय कुमार, बीना सिंह, सुभी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच जारी है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ करवाई की जाएगी. 


तूल पकड़ता जा रहा है मामला 
सर्टिफिकेट में टीका केंद्र अलीगढ़ दिखाए जाने के बाद से सोसायटी निवासियों ने टीके के असली होने को लेकर सवाल करने शुरू कर दिए हैं. टीकाकरण कैंप में अलीगढ़ के सेंटर का एड्रेस मिलने से मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अलीगढ़ के लिए जारी की गई वैक्सीन का ग्रेटर नोएडा पहुंचना खुद में बड़े सवाल खड़ा करता है. 


जांच कमेटी गठित कर दी गई है
गौतम बुद्ध नगर के सीएमओ दीपक ओहरी का कहना है कि जेपी ग्रीन्स सोसायटी में लोगों को लगाई गई वैक्सीन के मामले में फिलहाल जांच चल रही है. जो वैक्सीन लगाई गई है उसमें सर्टिफिकेट अलीगढ़ के औरंगाबाद स्थित पीएचसी का मिला है. लेकिन, अभी तक ये नहीं पता चल पाया कि वैक्सीन अलीगढ़ की है या फिर कहीं और की, इस विषय में फिलहाल जांच पड़ताल जारी है. सीएमओ ने ये भी बताया कि इस पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है और शासन को इस पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है. 


ये भी पढ़ें: 


यूपी: कोरोना को लेकर प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर दागे कई सवाल, पूछा- जिम्मेदार कौन?


UP: मिशन 2022 की तैयारी में जुटी कांग्रेस, 46 सीटों पर तय किये उम्मीदवारों के नाम- सूत्र