Greater Noida: जमीन घोटाले में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के दो अधिकारी समेत तीन लोग गिरफ्तार, एक आरोपी फरार
UP News: फर्जीवाड़े में कई पूर्व प्रधानों की भूमिका भी सामने आई है.शासन ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के तुस्याना जमीन घोटाले मामले में एडिशनल कमिश्नर ने प्रेस वार्ता कर बताया कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के 2 अधिकारी सहित 1 अन्य व्यक्ति को जेल भेजा गया है. दरअसल, 20 बीघे जमीन पर फर्जीवाड़ा को लेकर यह कार्रवाई की गई है. इसी के साथ SIT और नोएडा पुलिस की जांच तेज हो गई है, जिसमें कई और चौकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. प्राधिकरण के कई और बड़े अफसर पुलिस की रडार पर हैं.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि तुस्याना गांव में फर्जी तरीके से भूमि के पट्टे आवंटित किए गए थे. जब भूमि घोटाला हुआ था तो कैलाश भाटी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बतौर वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर तैनात था. मामले में जांच की तो पता चला कि भूमि घोटाले में उसकी अहम भूमिका है. इसमें पाया गया था कि जिन्हें लाभ मिलना था, वे तो वंचित रह गए, लेकिन संपन्न लोगों ने गड़बड़ी कर पट्टा हासिल कर लिया. मामले की जांच की तो ये भी सामने आया था कि पट्टा आवंटन में पात्रता के सभी नियम तार-तार हो गए थे. कुल मिलाकर पात्र लोगों को कुछ नहीं मिला और गलत तरीके से लोगों को पट्टे का आवंटन कर दिया गया.
इतना ही नहीं, ग्रामीणों के साथ बाहर के लोगों ने मिलीभगत कर पट्टा ले लिया. इसमें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की भी भूमिका थी, क्योंकि बड़ी मिलीभगत के बगैर इतना बड़ा घोटाला संभव ही नहीं था. कैलाश भाटी बीजेपी के कद्दावर नेता और एमएलसी नरेंद्र भाटी के छोटे भाई हैं.
एक आरोपी अभी भी फरार
अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय भारती सिंह ने बताया कि कुछ पट्टे धारकों ने पट्टे की जमीन का मुआवजा उठाने के साथ-साथ 6 प्रतिशत का प्लाट भी ले लिया था. उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को भी चूना लगा दिया था. फर्जीवाड़े में कई पूर्व प्रधानों की भूमिका सामने आई है. एक अन्य गांव के प्रधान की भी भूमिका सामने आई थी. शासन ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक आरोपी राजेंद्र प्रधान अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. वहीं इस मामले में 7 लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है.
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