Greater Noida News: देश का सबसे बड़ा MRO हब बनने जा रहा है जेवर एयरपोर्ट, अब विमानों की मरम्मत के लिए नहीं जाना होगा विदेश
UP News: जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास देश का सबसे बड़ा एमआरओ हब बनाया जा रहा है. जिसके बाद अब विमानों की मरम्मत के लिए विदेश नहीं जाना होगा.
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के जेवर में यमुना प्राधिकरण में बनने जा रहे एयरपोर्ट में दो एमआरओ बनाए जाएंगे. पहले फेस में 40 एकड़ में एमआरओ बनाया जाएगा जिसका निर्माण ज्यूरिक द्वारा होगा. दूसरे फेस में 1365 एकड़ में भारत का सबसे बड़ा एमआरओ बनेगा. भारत के कुल 666 विमानों सहित दुनिया के अन्य देशों के जहाजों का भी मेंटेनेंस किया जाएगा. जिसके साथ 50 हजार से भी अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा.
जेवर एयरपोर्ट में अब दो एमआरओ हब बनाए जाएंगे
बता दें कि यमुना प्राधिकरण एरिया के जेवर एयरपोर्ट में अब दो एमआरओ हब बनाए जाएंगे. इसकी जानकारी यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने दी. जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास देश का सबसे बड़ा एमआरओ हब बनाया जा रहा है. इसके अलावा दूसरे चरण में 1365 जमीन का अधिग्रहण होगा. उसमें भी एक एमआरओ हब बनाया जाएगा. अभी तक देश के बड़े विमान और काफी एयरक्राफ्ट मरम्मत के लिए सिंगापुर और कोलंबो जैसे देश में जाया करते थे, लेकिन ग्रेटर नोएडा में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एमआरओ हब बनने के बाद देश की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी. यहां पर केवल भारत के ही नहीं बल्कि विदेशी के विमानों की भी मरम्मत की जाएगी.
सबसे अधिक फायदा जिले को मिलेगा
प्रदेश सरकार ने मंगलवार को वायुयानों का मेंटेनेंस, रिपयरिंग और ओवरहालिंग की नीति को मंजूरी दे दी. इसका सबसे अधिक फायदा जिले को मिलेगा. विमानों के रखरखाव में अभी दूसरे देशों पर निर्भरता है. देश में हैदराबाद और बेंगलुरु आदि शहरों में विमानों का रखरखाव होता है, लेकिन यह काम बहुत छोटे स्तर पर होता है. अभी तक अधिकतर भारतीय विमानों का मेंटेनेंस सिंगापुर, श्रीलंका और दूसरे यूरोपीय देशों में कराया जाता है, लेकिन जेवर में हवाई अड्डा शुरू होने के साथ ही एमआरओ के मामले में भी आत्मनिर्भरता आ जाएगी.
ये भी पढ़ें:-
क्या सपा गठबंधन में बढ़ेगी तकरार, लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर ओम प्रकाश राजभर ने कर दिया बड़ा एलान