Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में 2 सगी बहनों का अनोखा हुनर देखने को मिला है. इनका हुनर इतना उम्दा है कि दोनों बहने आंखों पर पट्टी बांधकर हाथ और पैर की उंगलियों से किताब में लिखी शब्दों को पढ़ सकती हैं. जिसे हम आंख खोलकर पढ़ते हैं. दोनों बहने आंखों पर पट्टी बांधकर अपने हाथों और पैरों की उंगलियों के स्पर्श से ही शब्दों को बता देती हैं.


यही नहीं वह कौन सा कलर है कौन से शब्द है इन्हें बखूबी तरीके से बडी आसानी से बता देती हैं. यही नहीं छात्राओं को कई भाषाओं का ज्ञान भी है. यह छात्राएं रबूपुरा क्षेत्र के नारायणा पब्लिक स्कूल में पढ़ती हैं. इन छात्रों ने कोविड के समय में यह शिक्षा ली थी. और छात्रों ने बताया कि यह लोग फोन टीवी से काफी दूर रहती हैं और फर्श पर रोजाना सोती है.


ग्रेटर नोएडा की है सगी बहने
ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा क्षेत्र के नारायण पब्लिक स्कूल में छात्राएं पढ़ती हैं. दोनों सगी बहने हैं और इनका हुनर इतना अनोखा और शानदार है कि आंखों पर पट्टी बांधकर वह किताब में लिखी हर चीजों को अपने पैरों और हाथों की उंगलियों के स्पर्श पढ़ लेती है. यही नहीं छात्राएं अपने हाथ में हर वस्तु को उसका कलर और उसको पढ़कर बखूबी तरीके से बता देती हैं. छात्राओं ने बताया कि कोविड के समय में जब स्कूल बंद थे. सभी लोग अपने घरों में महामारी से बचने के लिए कैद थे.


उस दौरान इन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से सिक्स सेंस इसके विषय में जानकारी हुई थी. इनके अंदर सिक्स सेंस को और भी अध्ययन करने की इनके मन में जिज्ञासा हुई. इन्होंने अपने पेरेंट्स को बताया और उन्होंने इन्हें इसके विषय में और अध्ययन कराया. उसके बाद से इनका का अनुभव और भी उम्दा होता गया.


लॉकडाउन में सिखी यह कला
कोविड के समय में जब सभी लोग अपने घरों में कैद थे. उसी दौरान सोशल मीडिया पर सिक्स सेंस के बारे में छात्राओं को जानकारी हुई और अपने पेरेंट्स को बताया उन्होंने उसके बारे में जानकारी दी. और उसी दिन के बाद से छात्राएं उसके अध्ययन में जुट गई. रोजाना सुबह उठकर योग करना मेडिटेशन करना और अन्य ऐसी व्यायाम करना जिससे कि दिमागी एकाग्रता बनी रहे.


पेरेंट्स ने अध्ययन के दौरान सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मोबाइल टीवी अन्य उपकरण से दूर रखा. क्योंकि मोबाइल और टीवी से निकलने वाले रेडिएशन से एकाग्रता भंग  हो जाती हैं इस लिए दूर रखा. यही नहीं उन छात्राओं को व्यवस्था के साथ साथ आज भी जमीन पर सोना पड़ता है. जिससे इनके प्रेक्टिस लगातार जारी है.


इस आधुनिक दौर में अपने बच्चों को मोबाइल की दुनिया से दूर रखे. ताकि आपके बच्चे इन दोनों बहनों की तरह होनहार बन सके. हम सभी को अपने बच्चों को मोबाइल टीवी अन्य ऐसे उपकरणों से दूर रखना चाहिए और इन बच्चों से सबक लेकर बच्चों को कुछ नई सीख सीखनी चाहिए.


यह भी पढ़ें:


UP News: विधान परिषद चुनाव में मतदान के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी पहली प्रतिक्रिया, भू माफियाओं के सवाल पर कही यह बात


Banda News: बाईपास का निरीक्षण कर साध्वी निरंजन ज्योति ने जताई नाराजगी, अधिकारियों को दिए ये निर्देश