Greater Noida News: यूपी के ग्रेटर नोएडा में शाम होने के बाद अब सड़कों पर अंधेरा नहीं हो इस पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी नजर रखेंगे. दरअसल, प्राधिकरण सड़कों पर एलईडी लाइट लगा रही है और अब अधिकारी इन्ही स्ट्रीट लाइट पर नजर रखेंगे की शहर में लगी हुई स्ट्रीट लाइट जल रही है या नही. इसलिए शाम होते ही इसका जायजा लेने के लिए अधिकारी सड़कों पर घूमेंगे. अगर कहीं भी स्ट्रीट जलती हुई न मिली तो कार्रवाई की जाएगी.
दिए गए हैं निर्देश
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के प्रबंधकों और अधिकारियों को रोज शाम अंधेरा होने के बाद सड़कों पर घूमकर जायजा लेने के निर्देश दिए हैं. जिससे यह पता चल सके कि रात में सभी स्ट्रीट लाइटें जल रही हैं या नहीं. सीईओ के निर्देश पर डीजीएम और विद्युत विभाग के अधिकारियों ने शाम होने के बाद सड़कों पर घूम कर चेकिंग भी शुरू कर दी है.
कई जगहों पर मिली लापरवाही
प्राधिकरण के सीईओ के निर्देश पर जब डीजीएम और अधिकारियों ने बीते दिन देर शाम परी चौक से अमृतपुरम, एलजी चौक, घंटाघर तिराहा, कुलेसरा और शहर के बाकी जगहों का निरीक्षण किया, तो इस दौरान कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें बंद मिलीं. इस पर डीजीएम सलिल यादव ने सूर्या कंपनी को नोटिस जारी किया है. वहीं, शाम में फील्ड में घूमकर जायजा नहीं लेने पर विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के सभी प्रबंधकों और वरिष्ठ प्रबंधकों को भी नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है. सड़कों के निरक्षण को लेकर डीजीएम सलिल यादव ने बताया की जब वह फील्ड में पहुंचे तो उन्हें काफी लापरवाही देखने को मिली इसलिए उन्होंने अधिकारियों को भविष्य में दोबारा ऐसी लापरवाही होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है.
स्ट्रीट लाइट को बनाया जा रहा है एलईडी
बढ़ते बिजली संकट के बीच ग्रेटर नोएडा में स्ट्रीट लाइटों को एलईडी में बदला जा रहा है. इसका कॉन्ट्रैक्ट प्राधिकरण ने सूर्या कंपनी को दे रखा है. सूर्या कंपनी ही पुरानी सोडियम लाइटों को एलईडी में कन्वर्ट कर रही है और नई स्ट्रीट लाइटें भी वही लगाएगी. अब तक कंपनी करीब 35 हजार एलईडी लाइट लगा चुकी है. इसके साथ ही इन लाइट्स के रखरखाव और संचालन का जिम्मा भी कंपनी पर ही है. प्राधिकरण का टारगेट है की इस सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी में कन्वर्ट कर दिया जाए.
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