(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
डेढ़ करोड़ के चक्कर में हुई लोन एजेंट की हत्या, पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा, 3 दोस्त गिरफ्तार
Greater Noida Murder: आरोपियों ने 6 अक्टूबर की रात लोन एजेंट अमित कुमार को बुलाया, जिसके बाद उनमें पैसों को लेकर विवाद हो गया और फिर चारों दोस्तों ने कार में ही लोहे के पंच से अमित की हत्या कर दी.
Greater Noida Murder: ग्रेटर नोएडा की दादरी थाना पुलिस ने लोन एजेंट की हत्या मामले का सनसनीखेज खुलासा किया है. जहां डेढ़ करोड़ रुपये के विवाद में तीन दोस्तों ने मिलकर अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया और शव को हायर कंपनी के पास सड़क पर फेंककर फरार हो गे. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से 20 हजार रुपये, एक पाना, वारदात में इस्तेमाल एक वैगन आर और एक क्रेटा कार बरामद की है.
7 अक्टूबर को थाना दादरी क्षेत्रान्तर्गत हायर गोल चक्कर के पास पुलिस को अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने फील्ड यूनिट व डॉग स्कवाड टीम के साथ मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का दौरा किया. मृतक की शिनाख्त अमित कुमार निवासी थाना क्षेत्र बिसरख के रूप मे हुई. उसकी पत्नी के द्वारा इस मामले में बिसरख थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
लोन एजेंट की हत्या का खुलासा
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मिया खान ने बताया कि घटना के अनावरण के लिए पुलिस की टीमें लगाई थी, जिन्होंने आसपास लगे 200 सीसीटीवी फुटेज की जांच की जिसमें दो गाडियां वैगन आर व क्रेटा टेम्परेरी नम्बर पाई गई. इन कारों से दो लगा उतरते हुए दिखाई दिए. सीसीटीवी फुटेज व फोटो के आधार पर दोनो संदिग्धों की पहचान मृतक के साथ कम्पनी मे काम करने वाले सचिन तंवर व रमेश उर्फ रामा के रूप मे हुई.
पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो इनके दो अन्य साथी हिमांशु व ओमप्रकाश के नाम भी सामने आए. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इनमें से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने जब उनसे सख़्ती से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया. पुलिस के मुताबिक चारों आरोपी मृतक अमित कुमार के साथ काम करते थे.
ये सभी मिलकर कमीशन का लालच देकर फर्जी ग्राहक बनाकर उनके आधार कार्ड लेकर आधार कार्ड में पता व मोबाइल नंबर बदलवाकर फर्जी पे स्लिप के आधार पर बैंक में खाता खुलवाकर बैंक से फर्जी लोन स्वीकृत करा लेते थे, जिसके बाद लोन पास होने पर उसका कमीशन आपस में बांट लेते थे. लेकिन, अमित ने कई लोन में उनका हिस्सा नहीं दिया. ये रुपया क़रीब डेढ़ करोड़ रुपये था. जिसके बाद उन्होंने मिलकर उसे मारने का प्लान बनाया.
तीन आरोपी गिरफ्तार
योजना के तहत आरोपियों ने 6 अक्टूबर की रात अमित को केबी नोज ग्रीन सोसाइटी बिसरख के पास बुलवाया. अमित काले रंग की क्रेटा कार से आया था. चारों आरोपी वेगनआर कार में उसका इंतजार कर रहे थे. अमित के आने पर चारों क्रेटा कार में बैठ गए जिसके बाद पैसों को लेकर उनमें विवाद हो गया. जिसके बाद चारों ने कार में ही लोहे के पंच व पाने से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी और शव को 15 किलोमीटर दूर दादरी थाना क्षेत्र में हायर कंपनी के पास फेंक दिया.
पुलिस ने इस मामले में सचिन तंवर,हिमांशु और ओमप्रकाश तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि चौथा आरोपी रमेश उर्फ रामा अब भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है. पुलिस इनके आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है.