Inspector Arrested Red Handed Taking Bribe: यूपी के ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में जारचा कोतवाली में तैनात एक दारोगा को एंटी करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. इस मामले में दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई की गई है. डीसीपी मीनाक्षी कात्यायन (DCP Meenakshi Katyayan) ने तत्काल प्रभाव से दारोगा को निलंबित कर दिया है और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. दारोगा पर आरोप है कि उसने पीड़ित पक्ष से रिश्वत लेने की कोशिश की, तभी एंटी करप्शन टीम (Anti Corruption Team) ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. 


रिश्वत लेते दारोगा रंगे हाथों गिरफ्तार


ग्रेटर नोएडा डीसीपी मीनाक्षी कात्यायन ने इस मामले में कड़ा रुख लेते हुए कार्रवाई की है और रिश्वत मांगने वाले दारोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. आरोपी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है. डीसीपी का कहना है कि दारोगा के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री के जीरो टोलरेंस के आधार पर ग्रेटर नोएडा पुलिस काम कर रही है. जो भी पुलिसकर्मी इस तरह के भ्रष्टाचार मामलों में लिप्त पाए जाएंगे. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.  


UP MLC Election 2022: सपा से OP Rajbhar को लग सकता है झटका? सीट नहीं मिलने पर महान दल भी नाराज


एंटी करप्शन टीम ने किया गिरफ्तार


पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जारचा कोतवाली में तैनात दारोगा योगेन्द्र सिंह कलौंदा गांव के हल्का प्रभारी हैं. बीते दो मई को दो पक्षों रिफाकत व जैद पक्ष के बीच झगड़ा हो गया था. इस मामले में रिफाकत पक्ष के खिलाफ एनसीआर कट गयी थी. दोनों पक्षों का 25 मई को लिखित फैसला हो गया और 28 को फैसले को लेकर दोनों पक्ष कोतवाली प्रभारी जारचा के समक्ष पेश हो गये थे. आरोप है कि 1 जून को दारोगा योगेंद्र सिंह ने रिफाकत के आवास पर दबिश डाली और कहा कि मैं फैसला नहीं मानता हूं. आरोप है कि इसकी एवज में 1 लाख रुपए  रिश्वत की मांग की गई. मामला 40 हजार रूपए में तय हो गया. चार जून को जारचा कोतवाली के पास होटल में उन्हें 10 हजार रुपए दे दिए गए और बाकी 30 हजार रुपये मंगलवार को जारचा कोतवाली के पास होटल दिए जाने थे. इसी दौरान मेरठ से आई एंटी करप्शन की टीम ने छापामार कर उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. 


ये भी पढ़ें- 


चाचा शिवपाल को अखिलेश यादव ने दिया एक और बड़ा झटका, क्या दोनों की राहें हो गई जुदा?