ग्रेटर नोएडा: यूपी के ग्रेटर नोएडा में गांवों की स्थिति बदहाल है. स्वास्थ्य विभाग ग्रेटर नोएडा के गांव साकीपुर की लगातार अनदेखी करता नजर आ रहा है. प्राधिकरण भी गांव की समस्याओं पर ध्यान नहीं देता. साकीपुर गांव में एलजी कंपनी की तरफ से स्थापित स्वास्थ्य केंद्र पर लगभग 2 साल से ताला लगा हुआ है. यहां पर दो साल से कोई स्वास्थ्य कर्मी नहीं आया है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, अथॉरिटी से की है. लेकिन, आज तक स्वास्थ्य केंद्र का ताला नहीं खुल पाया है. ग्रामीणों को तीसरी लहर का डर सताने लगा है. तीसरी लहर में बच्चे भी प्रभावित हो सकते हैं जिसे लेकर ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र पर प्रदर्शन किया है.
स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लगा हुआ है
साकीपुर गांव ग्रेटर नोएडा के बीचों-बीच है. इसके इर्द-गिर्द अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा सेक्टर बने हुए हैं. लेकिन, आज भी ये गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. लगभग 10 हजार की आबादी वाले इस गांव में एक भी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. गांव में रहने वाले समाजसेवी अमित भाटी ने बताया कि कुछ साल पहले निजी कंपनी एलजी ने यहां पर एक स्वास्थ्य केंद्र बनाया था जिसमें ग्रामीण अपने इलाज के लिए जाते करते थे. लेकिन, लगभग 2 साल हो चुके हैं यहां पर स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लगा हुआ है.
ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
ग्रामीण लगातार जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग को सैकड़ों पत्र लिख चुके हैं कि इस स्वास्थ्य केंद्र का ताला खुलवाया जाए. लेकिन, आज तक भी किसी भी अधिकारी ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया है. अब ग्रामीणों को कोरोना की तीसरी लहर का डर सताने लगा है. साकीपुर गांव के ग्राम प्रधान पप्पू भाटी का कहना है कि अगर ये स्वास्थ्य केंद्र खुल जाता है तो ग्रामीणों की काफी मदद की जा सकती है. तीसरी लहर से बच्चे प्रभावित हो सकते हैं, इसे लेकर ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र के ताला खोलने को लेकर प्रदर्शन किया है.
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