GST अधिकारी बॉडी वॉर्न कैमरे से होंगे लैस, नहीं होगा व्यापारियों का शोषण, टैक्स चोरों की आएगी शामत
बॉडी वॉर्न कैमरे से व्यापारियों के शोषण की शिकायतें न सिर्फ दूर होंगी बल्कि अधिकारियों के साथ होने वाली दुर्व्यवहार की घटनाओं को भी रोका जा सकेगा.
Kanpur GST News: जीएसटी विभाग कानपुर में बड़े स्तर पर हो रही टैक्स चोरी पर नकेल कसने के लिए अपने हाथ मजबूत करने में जुट गया है. अब जीएसटी के अधिकारियों को बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस किया जाएगा. व्यापारियों द्वारा लगाए जा रहे तमाम आरोपों में पारदर्शिता लाने के लिए जीएसटी विभाग इस कदम को उठाने जा रहा है ताकि विभाग हाईटेक भी हो और उस पर लगने वाले आरोपों में पारदर्शिता लाई जा सके.
कानपुर महानगर में इन दिनों टैक्स चोरों की शामत आई हुई है. जीएसटी विभाग ताबड़तोड़ सर्वे की कार्रवाई कर बड़े और धांधलीबाज उद्यमियों पर नकेल कस रहा है. विभाग की कार्यवाही से कर अपवंचना यानी टैक्स चोरी करने वाले उद्यमियों में हड़कंप की स्थिति है. इस बीच विभाग अपने हाथों को और मजबूत तकनीक के सहारे करने जा रहा है. जीएसटी विभाग आने वाले दिनों में अपने सचल दस्तों को बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस करने जा रहा है. जिससे व्यापारियों के शोषण की शिकायतें न सिर्फ दूर होंगी बल्कि अधिकारियों के साथ होने वाली दुर्व्यवहार की घटनाओं को भी रोका जा सकेगा.
जीएसटी विभाग के अधिकारियों की मानें तो विभाग व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के प्रति प्रतिबद्ध हैं. किसी भी व्यापारी को विभाग की तरफ से असुविधा ना हो इसके लिए विभाग में बहुत सारे सिस्टम ऑनलाइन कर दिए गए हैं जिससे अब व्यापारी को ऑफिस आने की जरूरत नहीं है. वहीं अब रोड चेकिंग का काम करने वाली इंफोर्समेंट विंग जो व्यापारी के व्यापारिक स्थल पर जाकर सर्व करती है वो बॉडी वॉर्न कैमरों से लैस होगी.
अभी की 4 इकाइयां हैं जिनको 8 कैमरे उपलब्ध हैं
दरअसल, शिकायत मिलती थी कि विभागीय अधिकारी व्यापारिक स्थल पर पहुंचने के बाद व्यापारियों से दुर्व्यवहार करता है और प्रताड़ित करता है. इन शिकायतों को दूर करते हुए सिस्टम को पारदर्शी बनाने के लिए बॉडी वॉर्न कैमरा दे दिया गया है. इससे जो भी एक्टिविटीज व्यापारिक प्रतिष्ठान पर होंगी वह सब रिकॉर्ड हो जाएंगी. उच्च अधिकारी और कमांड सेंटर पर इस रिकॉर्डिंग को कभी भी देखा जा सकेगा. पहला व्यापारी का शोषण ना हो और दूसरा अधिकारी जो सर्वे पर गया है वह अपने काम को पूरी प्रक्रिया के तौर पर करें जैसा विभाग चाहता है.
विभाग की मानें तो इसका मकसद अधिकारी बेहतर तरीके से काम करें और व्यापारी का शोषण भी ना हो यही है. अभी की 4 इकाइयां हैं जिनको 8 कैमरे उपलब्ध हैं, सचल दल की 14 इकाइयां हैं जिनके लिए 28 कमरों की व्यवस्था की जा रही है जिससे बॉडी वॉर्न कैमरा पहनकर रोड चेकिंग का काम भी वह बेहतर तरीके से कर सकें.
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