Meerut News: अंग्रेजों के खिलाफ देश में आजादी की अलख जगाने की जब भी बात होती है तो 10 मई 1857 की क्रांति को याद किया जाता है. 10 मई 1857 की क्रांति में अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले शहीद धन सिंह कोतवाल को आखिर कौन नहीं जानता, अब शहीद धन सिंह कोतवाल को भारत रत्न दिए जाने की मांग उठने लगी है. 


इस मांग को लेकर देश भर के गुर्जर एक मंच पर जुटे और एक सुर में शहीद धन सिंह कोतवाल को भारत रत्न दिए जाने की मांग की. मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने गुर्जर स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया था. 


भारत रत्न देने की मांग
इसमें कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में केंद्रीय राज्यमंत्री मनसुख मांडविया शामिल होने पहुंचे थे. कार्यक्रम स्थल पर उनका जोरदार स्वागत किया गया और उनके सामने शहीद धन सिंह कोतवाल को भारत रत्न दिए जाने की मांग पुरजोर तरीके से रखी गई.


कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ आजादी का बिगुल फूंकने वाले धन सिंह कोतवाल ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी थी, ऐसे शिरोमणि को भारत रत्न दिया जाना चाहिए.


कई राज्यों के गुर्जर नेता हुए शामिल
मेरठ के सीसीएसयू में आयोजित गुर्जर स्वाभिमान सम्मेलन में देश के कई राज्यों के गुर्जर नेता पहुंचे थे. इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री मनसुख मांडविया, यूपी के ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ सोमेन्द्र तोमर, एमएलसी चौधरी वीरेन्द्र सिंह, हरियाणा सरकार में मंत्री राजेश नागर कार्यक्रम में शामिल हुए.


इसी तरह मध्य प्रदेश के विधायक डॉ आर के दोगणे, अखिल भारतीय गुर्जर महासभा मध्य प्रदेश देवेन्द्र गुर्जर, सपा विधायक अतुल प्रधान, बागपत के रालोद जिलाध्यक्ष सुभाष गुर्जर के अलावा पंजाब के कई नेता कार्यक्रम में पहुंचे थे. अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी यशवीर सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की.


मांडविया ने किया माल्यार्पण
केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने मेरठ की क्रांतिकारी भूमि को नमन किया. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मुझे क्रांतिकारियों की भूमि पर आने का अवसर मिला. मनसुख मांडविया ने कहा, "अंग्रेजों के खिलाफ शहादत देकर आजादी का बिगुल फूंकने वाले शहीद धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है."


मनसुख मांडविया ने कहा, "शहीद धन सिंह कोतवाल जैसे क्रांतिकारियों की शहादत को हमें याद रखना चाहिए और उनके बताए रास्ते पर आगे बढ़ना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजिली देना होगा." उन्होंने कहा, "नए भारत के निर्माण में पीएम मोदी का जो संकल्प है उसे पूरा करने की कोशिश में हम सब लगे हुए हैं."


किसने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर ने कहा, "हमारे लिए बड़े गर्व और गौरव की बात है कि हम क्रांतिकारियों की वीर भूमि पर पैदा हुए हैं. शहीद धन सिंह कोतवाल ने अपने प्राणों की बलि देकर देश को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की." 


डॉ सोमेंद्र तोमर ने आगे कहा, "10 मई 1857 की क्रांति के जननायक शहीद धन सिंह कोतवाल को भारत रत्न मिलना चाहिए और वो इसके हकदार भी हैं."


एमएलसी चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज जो गुर्जर स्वाभिमान सम्मेलन हुआ है, उसमें हम सभी लोगों ने पुरजोर तरीके से मांग की है कि शहीद धन सिंह कोतवाल को भारत रत्न दिया जाना चाहिए. देश की आजादी के लिए उन्होंने अपने प्राणों की आहूति दे दी, हमें उनके बलिदान को याद रखने की जरूरत है.


बागपत से रालोद के जिलाध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने कहा कि शहीद धन सिंह कोतवाल को भारत रत्न देना क्रांतिकारियों के सम्मान में एक और बड़ा कदम होगा.


ये भी पढ़ें: ABP Shikhar Sammelan: जाति जनगणना पर खुलकर बोले ओम प्रकाश राजभर, बताया- कब और कौन कराएगा ये काम?