UP News: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले चेंकिग अभियान के दौरान यूपी एटीएस ने गुरुवार (18 जनवरी) को तीन संदिग्धों को पकड़ा था, जिनके नाम शंकरलाल दुसाद, अजीत कुमार शर्मा और प्रदीप पुनिया हैं. अब यूपी एटीएस के सामने इन तीन आरोपियों ने कई खुलासे किए हैं, राजस्थान के रहने वाले तीनों युवक किसी घटना को कोई अंजाम देने से पहले रेकी करने आए थे. इन आरोपियों ने बताया कि आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अयोध्या जाकर रेकी करकर नक्शा मंगाया था.
इस घटना को लेकर यूपी एटीएस ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया कि चेंकिग अभियान के दौरान जानकारी मिली थी कि एक गैंगेस्टर अपने कुछ साथियों के साथ सड़क मार्ग से श्रीराम जन्मभूमि, अयोध्या आ रहा है. इस सूचना पर एटीएस उत्तर प्रदेश की टीम द्वारा भौतिक व इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस के माध्यम से कार्रवाई शुरू करते हुए एक संदिग्ध वाहन को चिह्नित किया गया. इसके बाद गाड़ी का पीछा किया गया और संदिग्ध गाड़ी अयोध्या में विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर भ्रमण कर रही थी. जब एक सफेद रंग की स्कॉर्पियों गाड़ी (HR51BX3753) में सवार व्यक्ति त्रिमूर्ति होटल अयोध्या में जाने लगे तो सतर्कता बरतते हुए तीन अभियुक्तों को पकड़ा गया. जिनका नाम शंकर लाल दुसाद उर्फ शंकर जाजोद, अजीत कुमार शर्मा और प्रदीप पुनिया है.
जब इन तीनों संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की तो पता चला कि शंकर लाल दुसाद के विरूद्ध वर्ष 2007 से वर्ष 2014 के मध्य कुल 7 अभियोग राजस्थान में दर्ज हैं. शंकरलाल दुसाद लगभग 7 साल जेल में रहकर जमानत पर छूटकर वापस आया है. सेन्ट्रल जेल बीकानेर में बन्द रहने के दौरान, उसकी एक अन्य कैदी लखबिन्दर से जान-पहचान हो गई थी. जेल से छूटने के समय लखबिन्दर ने शंकरलाल दुसाद से कहा था कि मेरे भांजे पम्मा से मुलाकात कर लेना. पम्मा से बात के दौरान, पम्मा ने शंकरलाल दुसाद को कनाडा में रह रहे खालिस्तान समर्थक, गैंगस्टर सुखबिन्दर गिल उर्फ सुखडोल सिंह गिल उर्फ सुखदिल का नंबर दिया और कहा कि व्हाट्सएप कॉल से बात कर लिया करो.
एटीएस द्वारा की गई पूछताछ में शंकरलाल दुसाद ने बताया कि विदेश में रह रहे हरमिन्दर सिंह उर्फ लांडा जो खालिस्तान समर्थक है उसके द्वारा मुझे निर्देश दिया गया था कि गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा है कि अयोध्या जाकर वहां रेकी कर नक्शा भेजे तथा उसके निर्देश का इंतजार करे. उसी अनुसार घटना का अंजाम दिया जाएगा और सामग्री आदि उपलब्ध करा दी जाएगी. इसलिए हम लोग अपने वाहन में श्रीराम का झण्डा लगाकर रेकी कर रहे थे, जिससे हम पर किसी का शक न जाए. वहीं बाकी दोनों पकड़े गये व्यक्तियों के बारे में शंकरलाल दुसाद द्वारा बताया गया कि यह उसके साथी है और वह इनको अपने साथ मदद के लिए लाया था.
वहीं इन तीनों की गिरफ्तारी के बाद प्रतिबंधित संगठन सिक्ख फॉर जस्टिस (SFJ) के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा इनको अपने प्रतिबन्धित संगठन का सदस्य बताते हुए इनके समर्थन में एक ऑडियो भी प्रसारित किया है. जिस सम्बन्ध में जांच की जा रही है, अब तक की जांच में पकड़े गए आरोपियों के पास से फेक आईडी और फर्जी सिम कार्ड मिला है.