Gyanvapi: ASI ने ज्ञानवापी के सर्वे के लिए मांगी 1 महीने की और मोहलत, मुस्लिम पक्ष जता सकता है आपत्ति
Gyanvapi ASI Survey: एएसआई का कहना है कि ज्ञानवापी परिसर बहुत बड़ा है और लगातार हो रही बारिश के कारण भी सर्वे प्रभावित हुआ है. ऐसे में टीम को कोर्ट द्वारा अतिरिक्त समय देना चाहिए.
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Varanasi News: वाराणसी के जिला अदालत (District Court) में बुधवार को ज्ञानवापी (Gyanvapi) परिसर में हो रहे ASI सर्वे को बढ़ाने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया है. दरअसल 6 अक्टूबर को कोर्ट द्वारा ASI को निर्देश दिया गया था कि ज्ञानवापी परिसर में हो रहे सर्वे की रिपोर्ट जिला न्यायालय में सबमिट करें. लेकिन अभी सर्वे का काम पूरा नहीं हो पाया है इसलिए ASI की तरफ से कोर्ट से चार सप्ताह और सर्वे बढ़ाने के लिए समय की मांग की गई है.
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बातचीत के दौरान बताया कि 6 अक्टूबर को एएसआई को सर्वे की रिपोर्ट रिपोर्ट पेश करनी है. ऐसे में अभी तक सर्वे का काम पूरा नहीं हो पाया है. इसलिए सर्वे की अवधि को चार सप्ताह ( 1 महीना ) तक बढ़ाने के लिए एक प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया है. हालांकि जिला न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि गुरुवार तक सर्वे अवधि बढ़ाने को लेकर कोई भी आपत्ति दाखिल करना चाहता है तो वह कर सकता है. गुरुवार के बाद इस मामले पर निर्णय स्पष्ट होगा कि सर्वे की अवधि बढ़ाई जाएगी कि नहीं.
बड़ा परिसर होने के साथ-साथ बारिश भी बनी खलल
अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि ज्ञानवापी परिसर बहुत बड़ा है, अभी सर्वे का काम बाकी है. इसके अलावा कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से भी सर्वे का काम प्रभावित हुआ है. ऐसे में हम इसके पक्ष में है कि सर्वे पूरी तरह विस्तार से होना चाहिए, एक-एक बिंदु और साक्ष्य को सामने लाने के लिए अगर सर्वे की अवधि बढ़ाई जा रही है तो इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. साथ ही ज्ञानवापी परिसर में मौजूद तहखाना को लेकर व्यास परिवार द्वारा डाली गई याचिका के ट्रांसफर एप्लिकेशन पर आदेश आना था लेकिन कोर्ट की व्यवस्था के कारण आदेश को गुरुवार के लिए टाल दिया गया है.
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