Gyanvapi ASI Survey Case: वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाने का भी सर्वेक्षण एएसआई आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से कराए जाने की मांग से जुड़े मामले में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. जस्टिस अजीत कुमार की सिंगल बेंच में इस मामले की सुनावी होनी है. 


ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाने के एएसआई सर्वेक्षण की मांग को लेकर श्रृंगार गौरी केस की मुख्य याचिकाकर्ता राखी सिंह की तरफ से याचिका दाखिल की गई है. याचिका में कहा गया है कि जिस तरह से ज्ञानवापी के पूरे परिसर का सर्वे किया गया है, उसी तरह से सील वजूखाने का भी सर्वे किया जाना चाहिए.


इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज सुनवाई
आज की सुनवाई में ज्ञानवापी मस्जिद की इंतजामियां कमेटी को अपना जवाब दाखिल करना है. हालांकि जानकारी मिली है कि मस्जिद कमेटी को अभी नोटिस ही सर्व नहीं हुआ है. 2 साल पहले कथित शिवलिंग मिलने के बाद वजू खाने को सील कर दिया गया था. मुस्लिम पक्ष की ओर से इसे फव्वारा बताया जाता है लेकिन हिन्दू पक्ष उसके शिवलिंग होने का दावा करता है. 
 
इससे पहले ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वे किया गया था. हालांकि इस सर्वे के दौरान वजूखाने को इससे अलग रखा गया था. कोर्ट के आदेश  पर ये हिस्सा सील बंद हैं. परिसर के एएसआई सर्वे में कई हिन्दू प्रतीक चिन्ह और मूर्तियां मिली थी. वहीं दूसरी ओर ज्ञानवापी की इमारत के नीचे मौजूद 10 तहखानों की भारतीय पुरातत्व (ASI) से सर्वे करवाने की मांग की मांग की गई है. ये मामले भी कोर्ट में चल रहा है. ये वो खंबे हैं जिनका जिक्र एएसआई की सर्वे रिपोर्ट में किया गया है. 


तहखाने में पूजा-अर्चना की इजाजत
आपको बता दें वाराणसी जिला अदालत की तरफ से ज्ञानवापी परिसर के तहखाने में पूजा-अर्चना की इजाजत दे दी गई. जिला अदालत के आदेश के बाद तहखाने में पूजा-अर्चना हो रही है, जिसे देखने के लिए लंबी लाइनें भी लग रही हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर के अधिकारी स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर इसका प्रबंध कर रहे हैं. फिलहाल श्रद्धालु परिसर की सीमा पर लगाए गए बैरिकेड्स के पास से एक झरोखे (खिड़की) से तहखाने को देख सकते हैं.