Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष को बड़ी जीत मिलने के बाद व्यास जी के तहखाने में पूजा अर्चना शुरू हो गई है कोर्ट के इस फैसले से जहां पूरे देश में खुशी का माहौल है. वहीं संत समाज भी इस फैसले का स्वागत कर रहा है. जूना अखाड़े के जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा यह अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि ज्ञानवापी के मामले में कोर्ट ने संज्ञान लिया और वहां तहखाने खोले गए.


महामंडलेश्वर ने कहा कि वहां के अनेक साक्ष्य यह सिद्ध करते हैं कि वहां पर पूजा स्थल है, अभी तो केवल दो तहखाना खोले गए हैं और उन दो तहखानों में जो कुछ मिला है उसे पूरा समाज हर्षित है. विशेष कर हिंदू समाज अत्यंत उल्लास है और हम आभारी हैं कोर्ट के जिन्होंने यह निर्णय दिया है कि वहां पूजा आरंभ की जा सकती है. वहां फाउंटेन नहीं है क्योंकि किसी मस्जिद में फाउंटेन नहीं होता है वुज़ू खाने में कहीं किसी भी जगह फाउंटेन नहीं है. वह सीधा-सीधा शिवलिंग है. अभी तो सिर्फ दो तहखानों मैं इतनी चीज मिली हैं तो बाकी आठ में और क्या मिलने वाला है बल्कि मैं तो प्रार्थना करना चाहता हूं की जो हमारे पूजा स्थल है इन्हें सहर्ष हिंदू समाज को दे देना चाहिए. हम आभारी हैं न्यायालय के कि उन्होंने इस पर संज्ञान लेते हुए यह फैसला किया है.


आचार्य ने पीएम मोदी का जताया आभार
आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने कहा हम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी आभारी है कि उन्होंने इस प्रकार का ऐसा वातावरण बनाया और यह सहायता तो हुई है सरकार के द्वारा न्यायालय ने संज्ञान लिया है. इसके बाद. त्वरित सुनवाई की गई है और उन सुनवाइयों में फास्ट ट्रैक के आधार पर सही निर्णय आए. क्योंकि हिंदू समाज तो संवैधानिक मूल्य का आदर करता है क्योंकि हिंदू होने का अर्थ है कि कानून सबसे पहले है हम कानून का कभी भी उल्लंघन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि कानून सर्वप्रिय है और हमने धर्म से भी ऊपर संविधान को माना लेकिन अन्य लोग संविधान को न मानकर धर्म को ऊपर मानते हैं. ज्ञानवापी के निर्णय से पूरा समाज उल्लासित है 30 साल के बाद पूजा आरंभ हो रही है पूरी धरती पर राम मंदिर का उल्लास तो था ही अब हर हर महादेव के भी जय जय कार लग रही है और यह आनंद की बात है. मैं कहता हूं मथुरा का भी निर्णय बहुत जल्द आना चाहिए.


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