Gyanvapi Survey Report News: वाराणसी ज्ञानवापी मामले में 30 नवंबर को जिला न्यायालय ने  ASI को फटकार लगाते हुए 10 दिन की अतिरिक्त अवधि प्रदान की थी. आज आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया को वाराणसी जिला न्यायालय में रिपोर्ट सबमिट करना था लेकिन एक बार फिर से ASI द्वारा एक सप्ताह की अतिरिक्त अवधि मांगी गई है. यह चौथी बार है जब एएसआई द्वारा रिपोर्ट तैयार करने के लिए अदालत से अतिरिक्त समय की मांग की गई. हालांकि इस बार ASI के सीनियर अधिकारी के अस्वस्थ होने का हवाला देते हुए एक सप्ताह अधिक समय मांगा गया है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया गया है.


18 दिसंबर तक पेश होगा ASI रिपोर्ट 


हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि वाराणसी जिला अदालत के दिशा निर्देश पर आज ASI को कोर्ट में रिपोर्ट पेश करना था. हालांकि ASI के सीनियर अधिकारी के बीपी हाई होने की वजह से अस्वस्थ होने का हवाला देते हुए 1 सप्ताह का अधिक समय मांगा गया हैं. जिसको न्यायालय द्वारा स्वीकार कर लिया गया. यह ASI द्वारा चौथी बार रिपोर्ट तैयार करने के लिए अतिरिक्त अवधि की मांग की गई है. सुबह से ही ASI रिपोर्ट पेश करने को लेकर कोर्ट परिसर के साथ-साथ शहर में भी हलचल तेज रही. चर्चाओं का दौर लगातार जारी रहा लेकिन एक बार फिर से 18 दिसंबर की तारीख निर्धारित होने से लोगों का इंतजार बढ़ गया है.


ज्ञानवापी मस्जिद नहीं महाजिद्द हैं- विष्णु शंकर जैन 


विष्णु शंकर जैन ने बातचीत के दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा कि- ज्ञानवापी परिसर में मुस्लिम पक्ष का दावा मस्जिद को नहीं महा जिद्द को दर्शाता है. इससे पहले भी अयोध्या मथुरा में मस्जिद होने का दावा किया गया जो पूरी तरह निराधार है. ASI सर्वे में मिले सभी साक्ष्य और प्रमाण यह बताने के लिए पर्याप्त है कि ज्ञानवापी परिसर का कुछ और ही इतिहास रहा है.


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