संभल में मंदिर खोले जाने के बाद ज्ञानवापी के वकील का बोले- 'हमें याद आ रहा है...'
UP News: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर मामले से जुड़े हिंदू पक्ष अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि, हमें तो कोर्ट कमीशन ज्ञानवापी परिसर की कार्रवाई याद आ रही है.
Gyanvapi Case: शनिवार के दिन उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 46 साल पुराने शिवलिंग, नंदी और हनुमान जी की प्रतिमा मिली है. इस चर्चित मामले को लेकर एबीपी न्यूज ने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर मामले से जुड़े हिंदू पक्ष अधिवक्ता और पक्षकारों से बातचीत की. अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि हमें तो कोर्ट कमीशन ज्ञानवापी परिसर की कार्रवाई याद आ रही है. जिस दौरान हमारे पक्षकार सोहनलाल आर्य जी के आंखों से झर झर आंसू गिरने लगे और उन्होंने कहा कि बाबा मिल गए हैं. निश्चित ही संभल क्षेत्र में पुराना मंदिर रहा है. तभी आज वहां पर प्राचीन प्रतिमाएं मिली है.
अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि, कोर्ट कमीशन की कार्रवाई के दौरान हम लोग परिसर में मौजूद थे. मौके की स्थिति को देखकर पक्षकार सोहनलाल आर्य ने कहा था कि - बाबा मिल गए और हमें भी आज वही दिन याद आ रहा है. संभल में भी प्राचीन विरासत मौजूद रही है और आज उसका उदाहरण हमें देखने को मिला.
वहीं खुदाई के दौरान प्राचीन मंदिरों के दावों पर सियासी तंज पर पलटवार करते हुए कहा कि - हम हर जगह ऐसा दावा नहीं करते हैं बल्कि जहां पर मंदिर का अस्तित्व रहा है हम वहां पर ही दावा करते हैं. यह बात उन लोगों को समझना चाहिए कि हिंदुस्तान की जनता बुद्धिमान है और उनके सामने बुद्धिमानी से ही ऐसे लोगों को बोलना चाहिए.
ज्ञानवापी मामले की महिला वादिनियों ने भी जताई प्रसन्नता
इसके अलावा वाराणसी ज्ञानवापी मामले की महिला वादिनी ने भी इस पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि - पहले ही दावा किया जा रहा था कि वहां पर हिंदू प्राचीन मंदिर हैं, और अब मिल भी गया. इसके अलावा हिंदू पक्ष अधिवक्ता ने सुप्रीम कोर्ट के प्लेसेस आफ वरशिप एक्ट गाइड लाइन को लेकर कहा कि - हम न्यायालय का सम्मान करते हैं. हमें पूर्ण विश्वास है कि इस मामले में सत्य की जीत होगी.
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