Gyanvapi Case Live Updates: ज्ञानवापी मामले की HC में आज की सुनवाई पूरी, 6 फरवरी तक पूजा पर रोक नहीं, शांतिपूर्ण संपन्न हुई नमाज
Gyanvapi Case Vyas Tahkhana Puja Live Updates: वाराणसी की जिला अदालत के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद के सीलबंद तहखाने के 'व्यास का तहखाना' में रात को कड़ी सुरक्षा के बीच पूजा-अर्चना की गई है.
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में आज शांतिपूर्वक तरीके से नमाज संपन्न हुई.
ज्ञानवापी में तहखाना में पूजा के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट को लेकर सभी जिलों में हाई अलर्ट का आदेश था फिरोजाबाद में भी जुम्मे की नमाज को लेकर एसएसपी सौरव दीक्षित के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया और संवेदनशील स्थानों पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स की तैनाती भी की गई वही सादा ड्रेस में भी सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया फिलहाल जुम्मे की नमाज फिरोजाबाद में शाह कुशल हो गई है.
काशी ज्ञानवापी मामले को लेकर आज दोपहर 2:00 बजे के बाद संत समाज की बैठक बुलाई गई है -
वाराणसी के खोजवा - भेलुपुर स्थित डॉ राम कमल वेदांती महाराज के निवास स्थल पर यह बैठक होगी, जिसमें अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती, डॉ रामकवल वेदांती महाराज, बालक दास और भारी संख्या में संत मौजूद रहेंगे.
ज्ञानवापी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हो गई है. मस्जिद पक्ष के अधिवक्ता सीनियर एडवोकेट सैयद फरमान अहमद नकवी ने अपना पक्ष रखा. इसके बाद हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने उसका विरोध किया. अब 6 फरवरी को दोपहर दो बजे मामले की अगली सुनवाई होगी.
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद नमाजियों की भीड़ से भरी हुई है. अब किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. 300 मीटर पहले लगी बैरीकेडिंग से ही लोगों को वापस भेजा जा रहा है. नमाज से एक घंटे पहले ही मस्जिद भर गई थी. करीब 1200 नमाजियों की क्षमता है. पिछले 15 मिनट से ही रोका जा रहा है.
कोर्ट ने यूपी के एडवोकेट जनरल से वर्तमान स्थिति बताने को कहा है. एडवोकेट जनरल बता रहे हैं कि तहखाने में पूजा अर्चना शुरू कर दी गई है. बड़ी संख्या में लोग तहखाने के दर्शन भी कर रहे हैं. कोर्ट ने अब यूपी सरकार द्वारा वहां किए गए इंतजामों की जानकारी विस्तार से देने को कहा है.
सुनवाई कर रहे जज जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल ने मस्जिद कमेटी के वकील से पूछा है कि आपने डीएम को रिसीवर नियुक्त किए जाने के 17 जनवरी के आदेश को चुनौती नहीं दी. सीधे 31 जनवरी के आदेश के खिलाफ याचिका दाखिल की है. ऐसे में यह बताइए कि आपकी अर्जी की पोषणीयता क्या है, क्या उस पर सुनवाई की जा सकती है.
मुस्लिम इलाकों में बंदी का असर दिख रहा है. ज्ञानवापी के आसपास मुस्लिम समुदाय के लोग अपनी दुकानों को पूरी तरह बंद किए हुए हैं. मस्जिद की इंतजामिया कमेटी के आह्वान पर बंदी की गई है. हालांकि बंदी के बावजूद माहौल पूरी तरह सामान्य है
मुस्लिम पक्ष की तरफ से कहा जा रहा है कि पूजा की इजाजत की मांग को लेकर एडिशनल रिलीफ मांगी गई. कोर्ट ने मस्जिद कमेटी की आपत्ति को नजर अंदाज कर इजाजत दे दी.
वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर के आसपास के इलाकों में सुरक्षा इंतजामों का जायजा ड्रोन कैमरों से लिया जा रहा है. ज्ञानवापी परिसर में जुम्मे की नमाज के लिए भारी संख्या में नमाजी पहुंचे हुए हैं.
जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच में ज्ञानवापी मामले की सुनवाई जारी है. सबसे पहले मस्जिद की इंतजामिया कमेटी के वकील फरमान नकवी अपनी बातें रख रहे हैं. इसके बाद हिंदू पक्ष को अपनी दलीलें पेश करने का मौका मिला है. जिला जज के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है.
ज्ञानवापी में सुरक्षा व्यवस्था पर पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने कहा, "सभी संवेदनशील स्थानों पर और पुलिस के अनुभव के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है."
ज्ञानवापी मामले में सुनवाई करने वाली इलाहाबाद हाईकोर्ट की बेंच बैठी. कोर्ट में दूसरे मुकदमों की सुनवाई शुरू. करीब एक घंटे बाद होगी ज्ञानवापी मामले की सुनवाई. जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की बेंच में होनी है मामले की सुनवाई.
मुस्लिम पक्ष के अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमिटी ने शुक्रवार को वाराणसी बंद करने की अपील जारी कीहै. आज मुस्लिम बहुल इलाकों में बाजार बंद हो सकता है. वाराणसी के साथ ही देश के दूसरे शहरों में भी बंद का आवाहन किया गया है.
शुक्रवार को जुमे की नमाज होती है. गुरुवार की सुबह व्यासजी के तहखाने में पूजा शुरू हुई और शाम को आम श्रद्धालु विग्रहों का दर्शन करने लगे. ऐसे में आज जुमे की नमाज के लिए बड़ी भीड़ ज्ञानवापी आ सकती है.
दशाश्वमेध क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) प्रज्ञा पाठक ने बताया है कि वाराणसी में शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर चौकसी बरती जा रही है. संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल फ्लैग मार्च कर रही है. पुलिस एहतियातन सावधानी बरत रही है.
काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. नागेंद्र पांडे ने कहा, "किसी का भी नामकरण तभी किया जाता है जब उसे पुकारना हो. मुख्य मंदिर के नीचे के भाग को भूतल कहा जाता है. मुझे लगता है कि इसे (व्यास जी का तहखाना) भूतल कहने के बजाय 'ताल गृह' या 'ताल घर' कहा जाना चाहिए, यह बहुत अच्छा नाम है. ये शब्द शुद्ध है और उसका अर्थ भी शुद्ध है."
हाईकोर्ट में मुस्लिम पक्ष की अर्जी में वाराणसी जिला कोर्ट के 31 जनवरी के आदेश को रद्द किए जाने और अंतिम फैसला आने तक रोक लगाने का अनुरोध किया गया है. मुस्लिम पक्ष की ओर से दलील दी गई है कि ऑर्डर 7 रुल्स 11 के तहत वाद की पोषणीयता की अर्जी तय नहीं हुई है. इसलिए व्यास जी तहखाने में पूजा का अधिकार देने का फैसला सही नहीं है.
जिला अदालत के फैसले पर वाराणसी में शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर पुलिस काफी सतर्क है. संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है. दशाश्वमेध क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) प्रज्ञा पाठक ने बताया कि शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर चौकसी बरती जा रही है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष द्वारा तत्काल के अनुरोध को स्वीकार करते हुए आज सुनवाई करने का फैसला किया है. एक्टिंग चीफ जस्टिस ने जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच को इस मामले में सुनवाई के लिए नामित किया है. मुस्लिम पक्ष की अर्जी में वाराणसी जिला अदालत के बीते 31 जनवरी के आदेश को रद्द किए जाने और अंतिम फैसला आने तक पूजा पर रोक लगाए जाने का अनुरोध किया गया है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में पुनरीक्षण याचिका दाखिल कर जिला जज वाराणसी के फैसले को चुनौती दी गई है. इंतजामिया मस्जिद कमेटी के ओर से सीनियर एडवोकेट सैयद फरमान अहमद नकवी ने हाईकोर्ट में अर्जी की है. हाईकोर्ट में दाखिल की गई अर्जी में अर्जेंसी के आधार पर सुनवाई का अनुरोध किया गया था.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच वाराणसी जिला अदालत के फैसले पर सुनवाई करेगी. इस मामले की सुनवाई दोपहर करीब 12:00 बजे होगी. सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को याचिका दाखिल की है.
वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी परिसर में व्यासजी के तहखाने में पूजा अर्चना गुरुवार से ही शुरू हो चुकी है. ज्ञानवापी मस्जिद की इंतजामिया कमेटी की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई होगी. इस मामले की में जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच सुनवाई करेगी.
ज्ञानवापी के व्यास जी के तहखाने में पूजा पाठ के मामले को लेकर अंजुमन इंतजामिया कमेटी ने बनारस बंद का एलान किया है. बनारस में शुक्रवार को मुस्लिम इलाकों में दुकानें बंद रहेंगी. जुम्मे के दिन शांतिपूर्वक नमाज पढ़ने की अपील की गई है. अंजुमन इंतजामिया कमेटी ने बनारस बंद का एलान किया है. ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा पाठ को लेकर बनारस बंद का एलान किया गया है, वहीं मुस्लिम इलाकों में सुरक्षा का कड़ा पहरा है.
काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने कहा कि उर्दू शब्द की वजह से ज्ञानवापी के व्यास जी के तहखाने का नाम बदला गया है. अब ज्ञानवापी तलगृह के नाम से यह क्षेत्र पहचाना जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तहखाने में अखंड रामायण पाठ की भी शुरुआत कर दी गई है. एबीपी लाइव से बातचीत में काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा संत समाज काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी जिला प्रशासन और काशी विद्वत परिषद के लोगों ने आज दर्शन पूजन किया और सभी ने मिलकर यह निर्धारित किया है कि इस क्षेत्र का नाम तलगृह होगा.
ज्ञानवापी का तहखाना अब अलग नाम से जाना जाएगा. एबीपी लाइव से बातचीत दौरान काशी विद्वत परिषद ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि काशी विद्वत परिषद ने कहा अब तहखाना नहीं ज्ञानवापी तलगृह के नाम से जाना जाएगा.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बुधवार को ज्ञानवापी के तहखाने में देवी-देवताओं की पूजा करने की अनुमति देने के वाराणसी अदालत के आदेश का स्वागत किया और कहा कि इससे हिंदुओं का हृदय प्रसन्नता से भर उठा है. बीजेपी ने घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से परहेज करते हुए कहा कि मामला अदालत में विचाराधीन है.
वाराणसी जिला अदालत द्वारा हिंदुओं को ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में पूजा का अधिकार दिये जाने के चंद घंटे बाद बुधवार देर रात तहखाने को खोलकर उसकी साफ सफाई की गई और फिर वहां पूजा की गई. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय ने बृहस्पतिवार को बताया कि जिला अदालत के आदेश के बाद व्यास जी के तहखाने में पूर्व की तरह अब पूजा पाठ नियमित किया जाएगा.
ज्ञानवापी में व्यास जी के तहखाने में पूजा-अर्चना के बाद आम श्रद्धालुओं ने भी पुलिस की मौजूदगी में दर्शन किए हैं. वहीं इस मामले को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा ''ज्ञानवापी मामले में यह एक बड़ा घटनाक्रम है. 'व्यास जी के तहखाने' में पहले भी पूजा होती थी. नवंबर 1993 के बाद इसे गलत तरीके से बंद कर दिया गया कोई बिना लिखित आदेश के, बिना किसी लिखित आदेश के पूजा रोक दी गई और बैरिकेड्स लगा दिए गए. कल 'व्यास जी का तहखाना' में पूजा की गई."
ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में आज देर शाम से आम श्रद्धालुओं को भी दर्शन पूजन का मौका मिल सकता है. तहखाने के बाहर लोहे की ग्रिल लगाकर श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन कराने की तैयारी हो रही है. सूत्रों के मुताबिक आज देर शाम से ही आम श्रद्धालुओं को मिल सकता है दर्शन का मौका, अभी आम श्रद्धालु दर्शन पूजन नहीं कर पा रहे हैं. रोजाना सुबह मंगला आरती के बाद से रात को शयन आरती होने तक श्रद्धालुओं को मिल सकता है दर्शन का मौका.
ज्ञानवापी परिसर के तहखाने में पूजा को लेकर मुस्लिम पक्ष पहुंचा इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा है. मुस्लिम पक्ष ने ज्ञानवापी परिसर स्थित तहखाना में पूजा पाठ प्रबंध व्यवस्था को आदेश के दिनांक से 15 दिनों तक स्थगित करने की मांग की है. देर रात ज्ञानवापी परिसर स्थित तहखाना में पूजा पाठ के बाद मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी जिला अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया है.
ज्ञानवापी परिसर के तहखाने में पूजा से जुड़े मामले में मंदिर पक्ष भी इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा है. मंदिर पक्ष की ओर से शैलेन्द्र पाठक ने कैविएट दाखिल की है. कैविएट दाखिल कर याचिका पर सुनवाई का अवसर देने की मांग की है. मस्जिद कमेटी की याचिका पर अपना पक्ष भी सुने जाने की मांग की है. बता दें कि जिला जज वाराणसी ने 31 जनवरी को आदेश दिया है. काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को पुजारी के द्वारा तहखाने में स्थित मूर्ति की पूजा करने की व्यवस्था करने का डीएम वाराणसी को निर्देश दिया है. इस आदेश के बाद तहखाने में पूजा अर्चना शुरू हो गई है और वहीं ज्ञानवापी तहखाने में हिन्दू पक्ष को पूजा की अनुमति के खिलाफ इंतजामिया कमेटी भी हाईकोर्ट पहुंच गई है.
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने ज्ञानवापी परिसर में व्यास जी की पूजा का टाइमटेबल जारी किया है.
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने ज्ञानवापी परिसर में व्यास जी की पूजा का तस्वीरें अपने एक्स हैंडल पर शेयर की हैं.
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाना में हुई पूजा का वीडियो सामने आया है. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने ज्ञानवापी परिसर में व्यास जी की पूजा का वीडियो शेयर किया है.
मस्जिद की इंतजामिया कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद ईलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर जिला जज वाराणसी के फैसले को चुनौती दी है. वहीं, थोड़ी देर में हिंदू पक्ष की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में कैविएट दाखिल की जाएगी. ये कैविएट हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन की तरफ से दाखिल की जाएगी. कैविएट दाखिल कर कोर्ट से इस बात का अनुरोध दाखिल किया जाएगा कि अगर मुस्लिम पक्ष की तरफ से कोई याचिका दाखिल की जाती है तो उसे पर उन्हें भी सुनवाई का मौका दिया जाए. उनका पक्ष सुने बिना एक तरफा आदेश न पारित किया जाए.
भारतीय जनता पार्टी की नेता अपर्णा यादव ने ज्ञानवापी मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा, "हिंदु समाज न्यायालय पर पूरा विश्वास करता है. यह जीत पूरे समाज के लिए बहुत बड़ी है. यह जीत साक्ष्य के चलते हुई है... यह हम सभी का सौभाग्य है कि वहां पूजा-अर्चना शुरु हो गई है. मैं न्यायलय का धन्यवाद करती हूं..."
ज्ञानवापी पर वाराणसी जिला अदालत के फैसले के बाद ज्ञानवापी मस्जिद के पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि वाराणसी जिला अदालत द्वारा हिंदू समुदाय को ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में पूजा का अधिकार दिया है.
पूजा के बीच 20 से ज्यादा मुस्लिम ज्ञानवापी में नमाज के लिए पहुंचे हैं. इससे पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, ''इस फैसले से मायूसी जरूर है लेकिन अभी ऊपरी अदालतों का रास्ता खुला है. जाहिर है कि हमारे वकील इस फैसले को चुनौती देंगे.''
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाना में कल देर रात पूजन शुरू हुआ. व्यास परिवार के जितेंद्र नाथ व्यास ने बताया कि कमिश्नर पुलिस कमिश्नर जिलाधिकारी की मौजूदगी में देर रात 12:30 बजे पूजा शुरू हुई जो रात लगभग 1:30 बजे तक चला. जिसमें मंदिर के पास पुजारी और हम लोग व्यास परिवार के लोग मौजूद थे. साथ में गणेश्वर शास्त्री थे. जितेंद्र नाथ व्यास परिवार ने कहा कि सबसे पहले गंगाजल से शुद्धिकरण करके उसके बाद खंभों पर जो आकृतियां बनी हुई थीं उसे पवित्र किया गया. उसके बाद फूल अक्षत से स्वस्तिनों वाचन करके पूजा शुरू हुई.
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ज्ञानवापी मामले पर कहा, "सब प्रभु की इच्छा है."
देर रात वाराणसी जिलाधिकारी, वाराणसी पुलिस कमिश्नर, डीसीपी और अन्य पुलिस अधिकारियों की टीम कोर्ट आदेशानुसार ज्ञानवापी परिसर के तहखाने पहुंची. रात्रि तकरीबन 11 बजे भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अर्चकों द्वारा भगवान गणेश और लक्ष्मी जी की पूजा की गई, आरती उतारी गई और विधि विधान से पूजा की गई.
सुप्रीम कोर्ट ने पूजा की इजाजत देने वाले आदेश के खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद समिति की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है. शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता को हाई कोर्ट जाने के लिए कहा है.
काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे 31 साल बाद व्यास जी का तहखाना पूजा-पाठ के लिये खोला गया और उसकी साफ-सफाई करायी गयी. इस सवाल पर कि क्या तहखाने में पूजा शुरू हो गई है, उन्होंने कहा, ‘‘हां.’’
वाराणसी जिला अदालत द्वारा हिंदू समुदाय को ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में पूजा का अधिकार दिये जाने के चंद घंटों बाद बुधवार देर रात तहखाने को खोलकर उसमें पूजा की गई. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर तंज करते हुए इसे नियत प्रक्रिया से परे गतिविधि करार दिया है.
ज्ञानवापी परिसर के तहखाने मामले में जिला कोर्ट के आदेश के कुछ ही घंटे बाद शाम होते-होते वाराणसी जिला अधिकारी, वाराणसी पुलिस कमिश्नर व काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन से जुड़े लोगों के बीच एक बैठक हुई थी. जिसमें शहर की शांति व्यवस्था को कायम रखने के साथ-साथ कोर्ट के आदेश का पालन कराने पर चर्चा हुई थी.
ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में 'व्यासजी के वजुखाने' की पूजा में व्यास परिवार शामिल हुआ. रात करीब 12 बजकर 30 मिनट पर पूजा शुरू हुई. वहां गंगा जल से शुद्धिकरण के बाद शुरू पूजा हुई.
मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी कोर्ट द्वारा ज्ञानवापी परिसर के व्यास तहखाने के अंदर पूजा की अनुमति देने के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. समिति ने गुरुवार को देर रात अवकाश पंजीयक से संपर्क किया और आदेश के रातों रात निष्पादन के कारण तत्काल सूची की मांग की है.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बोले- 'तुष्टिकरण की राजनीति के चलते श्री मुलायम सिंह यादव सरकार ने 1990 में राम भक्तों की हत्या कराई, 1993 में काशी में शिव भक्तों को दर्शन/पूजा से रोंका, फिर श्री अखिलेश यादव की सरकार 2013 प्रयागराज कुंभ मेले में तीर्थयात्रियों की हुई मौतों,इन सबके लिए सपा को लोग कभी माफ़ नहीं करेंगे.'
कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी परिसर से बैरिकेडिंग को हटाया गया. इसके बाद काशी विश्वनाथ ट्रस्ट बोर्ड के पुजारी ने पूजा-अर्चना की है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच व्यासजी के तहखाने तक रास्ता बनाकर पूजा कराई गई है.
ज्ञानवापी मामले में कोर्ट द्वारा हिंदू पक्ष को 'व्यास का तहखाना' में पूजा करने की अनुमति देने पर वाराणसी के DM एस राजलिंगम ने कहा, "न्यायालय के आदेश का पालन किया गया है."
ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, "राज्य सरकार ने कोर्ट के आदेश का अनुपालन किया है, वहां पर बैरिकेडिंग की गई है. वहां जो देवी-देवता विराजमान थे उन्हें फिर से स्थापित कर पूजा शुरू कर दी गई है, व्यास जी के तहखाने में नियमित पूजा शुरु की गई है."
ज्ञानवापी मामले में कोर्ट द्वारा हिंदू पक्ष को 'व्यास का तहखाना' में पूजा करने की अनुमति दिए जाने पर एक श्रद्धालु ने कहा, "हम कोर्ट के आदेश से बेहद खुश और भावुक हैं. हमारी खुशी की कोई सीमा नहीं है."
वाराणसी की जिला अदालत ने बुधवार को ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाने में हिंदुओं को पूजा—पाठ करने का अधिकार देने का आदेश दे दिया था. जिसके बाद गुरुवार को जिला प्रशासन ने पूजा की व्यवस्था कराने की तैयारी शुरू कर दी थी और रात में पूजा की गई.
बैकग्राउंड
Gyanvapi Case Live Updates: वाराणसी की एक अदालत ने बुधवार को हिंदुओं को ज्ञानवापी मस्जिद के सीलबंद तहखाने के अंदर पूजा करने की अनुमति दे दी है. कोर्ट ने जिला प्रशासन को अगले सात दिनों में जरूरी इंतजाम करने को कहा था. इसके बाद ज्ञानवापी परिसर में स्थिति व्यास जी के तहखाने में देर रात कमिश्नर द्वारा यहां पूजा कराई गई है. कोर्ट का फैसला आने के कुछ ही घंटे के अंदर प्रशासन ने पूजा की तैयारियां शुरू करा दी थी.
अदालत के आदेश के अनुसार, हिंदू श्रद्धालु अब ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर एक सील क्षेत्र 'व्यास का तहखाना' में प्रार्थना कर सकते हैं. हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा, "हिंदू पक्ष को 'व्यास का तहखाना' में प्रार्थना करने की अनुमति दी गई है. जिला प्रशासन को सात दिनों के अंदर व्यवस्था करनी होगी. अब सभी को पूजा करने का अधिकार होगा."
कोर्ट के इस आदेश के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों और मुख्य पुजारी ने अपनी देखरेख में पूजा कराई है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविड़ और मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा भी 'व्यास का तहखाना' की पूजा करने में शामिल हुए. दूसरी ओर डीएम एस राजलिंगम ने व्यास जी के तहख़ाने में पूजा कराने पर प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा, 'कोर्ट की ओर से जो आदेश दिया गया था, उसका पालन कराया गया है. ज्ञानवापी परिसर और काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है. रात से हैं यहाँ बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.' मुस्लिम पक्ष ने कहा कि वह कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील करेगा. मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता मुमताज अहमद ने कहा, ''आज जिला न्यायाधीश ने हिंदुओं को पूजा करने का अधिकार दे कर अपना अंतिम फैसला दे दिया. अब हम इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय जाएंगे.''
वहीं हिन्दू पक्ष के वकील ने कहा कि नवंबर 1993 तक सोमनाथ व्यास जी का परिवार उस तहखाने में पूजा पाठ करता था. अधिवक्ता ने कहा कि अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिराये जाने के बाद, वर्ष 1993 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के शासनकाल के दौरान तहखाने में पूजा-पाठ बंद करा दिया गया था और बैरिकेडिंग कर दी गयी थी.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -