Halal Certified Products: पैसा लेकर हलाल सर्टिफिकेट देने वाली संस्थाओं पर एक्शन शुरू, 4 आरोपी गिरफ्तार, STF की कार्रवाई
UP News: पिछले साल नवंबर में लखनऊ (Lucknow) की हजरतगंज कोतवाली में एक मुकदमा दर्ज किया गया था. अब अवैध रूप से हलाल प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में एसटीएफ ने कार्रवाई की है.
Halal Certified Products Ban in UP: उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने कथित तौर पर अवैध रूप से हलाल प्रमाणपत्र जारी कर विभिन्न कम्पनी से धन की वसूली करने वाली संस्था ‘हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया’ के चार सदस्यों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि इस मामले में पिछले साल नवंबर में ही जांच रिपोर्ट सौंपी गई थी. जिसके बाद जबरदस्त बवाल मचा था.
एसटीएफ के सूत्रों ने यहां बताया कि हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुम्बई द्वारा विभिन्न उत्पादों को गलत तरीके से हलाल प्रमाणपत्र जारी किए जाने के आरोप में पिछले साल नवंबर में लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में एक मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले की जांच 20 नवंबर 2023 को एसटीएफ को सौंपी गई थी.
लाखों रुपये लेकर उनके उत्पादों को गलत तरीके से बेचने का आरोप
उन्होंने बताया कि इसी मामले में पूछताछ के लिए हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया, मुम्बई के पदाधिकारियों मौलाना हबीब यूसुफ पटेल, मौलाना मुइदषीर सपाडिआ, मोहम्मद ताहिर और मोहम्मद अनवर को बुलाया गया था. उनके बयानों से पता चला कि कई कम्पनियों से लाखों रुपये लेकर उनके उत्पादों को गलत तरीके से हलाल संबंधी प्रमाण पत्र जारी किये गये.
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में यह भी मालूम हुआ कि हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा अवैध रूप से हलाल मांस और उससे बनने वाले उत्पादों के अलावा अन्य खाद्य पदार्थों के लिए भी प्रमाणपत्र जारी किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया को किसी सरकारी संस्था द्वारा प्रमाणपत्र जारी करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है.
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते साल आदेश जारी करते हुए प्रदेश में 25 नवंबर को मांस रहित दिवस घोषित करने का एलान किया था. तब साधु टीएल वासवानी की जयंती पर यूपी में मांस रहित दिवस मनाने का एलान किया गया था.