Haldwani News: 176 करोड़ की लागत से बने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की स्थिति बदहाल, 6 साल बाद भी नहीं पूरा हुआ काम
कांग्रेस शासनकाल में 176 करोड़ की लागत से हल्द्वानी (Haldwani) बना इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम अपनी बदहाल स्थिति से गुजर रहा है. इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है.
Uttarakhand News: कांग्रेस (Congress) शासनकाल में 176 करोड़ की लागत से हल्द्वानी (Haldwani) के गौलापार (Gaulapar) में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम (Indira Gandhi International Cricket Stadium) और इनडोर स्टेडियम बनाया गया था. लेकिन लोकार्पण के कई साल बाद भी ये स्टेडियम खेल विभाग को हस्तांतरण नहीं हो पाया है. यहां तक की कांग्रेस शासनकाल में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का लोकार्पण हो चुका है. वहीं, बीजेपी (BJP) सरकार में खेल मंत्री रहे अरविंद पांडे ने इंडोर स्टेडियम का लोकार्पण किया था.
2014 में रखी गई थी आधारशिला
हल्द्वानी के गौलापार में 9 नवंबर 2014 को तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस स्टेडियम की आधारशिला रखी थी. जिसके बाद 18 दिसंबर 2016 को हरीश रावत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का लोकार्पण किया. जहां द ग्रेट खली का रेसलिंग का शो भी किया गया था. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लोकार्पण के 6 साल बाद भी खेल विभाग को हस्तांतरित नहीं किया गया. जिसके चलते खेल प्रेमियों को काफी नुकसान हो रहा है.
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम अब धीरे-धीरे बदहाली के दौर से गुजर रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के पास इंडोर स्टेडियम का भी निर्माण किया गया है. जिसका लोकार्पण तत्कालीन खेल मंत्री अरविंद पांडे ने किया था. लेकिन मंत्री के लोकार्पण के बाद भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम खेल विभाग को हस्तांतरित नहीं हो पाया. इनडोर स्टेडियम का लाभ खिलाड़ियों को नहीं मिल पा रहा है.
क्या बोले खिलाड़ी?
हल्द्वानी शहर और क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह अच्छी खबर थी कि हल्द्वानी शहर में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाया गया. लेकिन अभी तक खिलाड़ियों को स्टेडियम खुलने का इंतजार है. यही वजह है कि खिलाड़ी हल्द्वानी के मिनी स्टेडियम में प्रैक्टिस करने के लिए बेबस हैं.
खिलाड़ियों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में प्रैक्टिस खेलने को मिल जाता तो हमको काफी कुछ सीखने को मिलता, लेकिन 5 साल से ज्यादा हो गया है. हम अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में प्रैक्टिस करने के लिए तरस रहे हैं. वहीं खिलाड़ियों के कोच का कहना है कि आखिर ऐसी कहा कमी रही की अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैंडओवर ही नहीं हो पा रहा है. जिसका खामियाजा मिनी स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रहे खिलाड़ियों को भुगतना पड़ रहा है.
क्या बोले अधिकारी?
वहीं जिला क्रीड़ा अधिकारी का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में 80% कार्य पूरा हो चुका है. जो 20% कार्य बचा है, उसके लिए फंडिंग की आवश्यकता है. उसके लिए डिमांड भेजी है, जल्द ही अंतराष्ट्रीय स्टेडियम हैंड वर्क हो जाएगा.
हल्द्वानी के खिलाड़ियों को अंतराष्ट्रीय स्टेडियम के शुरू होने का अभी भी इंतजार है. वहीं कांग्रेस ने भी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम सुना होने पर सरकार पर हमला बोला. हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक सुमित ह्रदयेश का कहना है कि 2016 में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का लोकार्पण हुआ. जब से डबल इंजन की सरकार आई है, जो युवाओं की गंभीरता को कागजों के तौर पर निभाती है.
जहां तक धारातल की बात है, वहां अभी तक स्टेडियम को बने 6 साल हो गए हैं. लेकिन सरकार कंपनी से स्टेडियम हैंड ओवर नहीं करा पा रही है. जो एक चिंतनीय विषय है, शहर में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बना हुआ है. सरकार इस पर कोई निर्णय नहीं ले रही है. देहरादून में स्टेडियम को लीज पर दिया है.
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