Uttarakhand News: हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज लैब में 2 सैंपल में H3N2 वायरस (H3N2 Virus) के मिलने की पुष्टि हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि अभी तक जितने सैंपल की जांच हुई है उसकी तुलना में यह संख्या काफी कम है. बीते 7 मार्च को H3N2 वायरस (H3N2 Influenza) के दो मरीजों की पुष्टि हुई है. मौसम बदलने के साथ ही अस्पतालों में वायरल के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हल्द्वानी के तमाम अस्पतालों में वायरल फीवर के मरीजों की लाइन देखने को मिल रही है. डॉक्टर लोगों को बदलते मौसम में बचने की सलाह दे रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि फ्लू और एलर्जी का सामना अधिकतर वही लोग कर रहे हैं, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर है.


पहाड़ों में मौसम लगातार बदल रहा है. दिन में गर्मी और उसके बाद शाम को हल्की सर्दी का एहसास लोगों को मुसीबत में डाल रहा है. बदलते मौसम के साथ अब आपको भी सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि मौसम के बदलने से एलर्जी आपको अपनी चपेट में ले सकती है. मौसम के बदलाव के साथ ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है इसमें एलर्जी और फ्लू के अधिकतर मरीज सामने आ रहे हैं. फ्लू और एलर्जी का सामना अधिकतर वही लोग कर रहे हैं जिनकी प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून  सिस्टम काफी कमजोर है. 


डॉक्टरों ने दी यह सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि इस समय बच्चों और बुजुर्गों को काफी सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि जब मौसम बदल रहा होता है तो उस समय वायरस ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं. इस समय काफी सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इस समय फ्लू में सबसे ज्यादा परेशानी खांसी दे रही है, जो मरीज को लगभग 20 से 25 दिन अपनी चपेट में ले रही है, इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि यह भी हो सकता है कि कोई दूसरा इंफेक्शन आपको अपनी चपेट में जल्दी ले सकता है.


डॉक्टरों का कहना है कि अभी "Pollen" सीजन भी चल रहा है, इसलिए एलर्जी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जब तक मौसम पूरी तरह से बदल नहीं जाता तब तक फ्लू और एलर्जी के मामले बढ़ते रहेंगे. डॉक्टरों ने कहा है कि यदि आम जनता मास्क का प्रयोग करेगी और फिलहाल भीड़भाड़ वाली जगहों से बचेगी तो इन मामलों में काफी कमी देखने को मिल सकती है, क्योंकि मास्क लगाने से वायरस का संक्रमण कम हो सकता है.


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