हल्द्वानी, एबीपी गंगा। लॉकडाउन के चलते सबसे बड़ी परेशानी व्यापारियों को उठानी पड़ रही है। व्यापार ठप पड़ गया है। व्यापारी ये सोचकर-सोचकर परेशान हैं,  क्या तीन मई से आगे भी लॉकडाउन बढ़ेगा। हालांकि, इसको लेकर अभी असमंजस की स्थिति है।



हल्द्वानी को कुमाऊं की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है। यहां से प्रतिदिन करोड़ों का व्यापार होता है, कुमाऊं की सबसे बड़ी सब्जी मंडी भी हल्द्वानी में है। जहां से कुमाऊं के पहाड़ी जिलों को सब्जी, फल, फूल की सप्लाई होती है, लेकिन लॉकडाउन के बाद जैसे मानों व्यापारियों की कमर ही टूट गई।



व्यापारियों के विरोध के बाद सरकार ने ऑनलाइन शॉपिंग पर तो रोक लगा दी है, लेकिन अब व्यापारी यह सोचकर परेशान है कि जब लॉकडाउन खुलेगा तो सामने आने वाली आर्थिक मंदी से वह कैसे जूझेंगे।



लिहाजा उन्होंने सरकार से यह मांग की है कि व्यापारियों ने जो भी लोन लिया है। फिलहाल सरकार उसको माफ कर दें या उस पर लगने वाले ब्याज में कुछ छूट दे दे।



इसके अलावा पानी व बिजली के बिल और दुकानों के किराए में भी कुछ छूट मिल जाए तो व्यापारियों के लिहाज से यह बहुत बेहतर होगा, क्योंकि अभी शादियों का सीजन है लेकिन कारोबार बिल्कुल खत्म है। आने वाले 6 महीने में भी व्यापार चलने की कोई उम्मीद नहीं है। लिहाजा सरकार को व्यापारियों के प्रति कोई उचित और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।


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