Uttarakhand Crime News: उत्तराखंड के हल्द्वानी से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. बालिका संप्रेक्षण गृह की दो महिला कर्मचारियों की घिनौनी करतूत उजागर होने के बाद हड़कंप मच गया. पुलिस ने दोनों महिला कर्मचारियों के खिलाफ रेप, पॉक्सो एक्ट समेत विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. दोनों महिला कर्मचारी संप्रेक्षण गृह में रहने वाली नाबालिग बच्चियों को बाहर ले जाती थीं. बाहर ले जाने के बाद नाबालिग का रेप करवाया जाता था. बाल कल्याण समिति के सदस्य रविंद्र रौतेला ने कोतवाली पुलिस में तहरीर दी थी.


संप्रेक्षण गृह की महिला कर्मचारियों का गंदा काम


तहरीर के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार की रात मुकदमा दर्ज कर लिया. मुकदमा दर्ज होने के बाद घटना की जांच शुरू कर दी गई. बीते दिनों संरक्षण गृह के निरीक्षण को पहुंचीं एक न्यायिक अधिकारी को नाबालिग ने यौन उत्पीड़न की बात बताई थी. आरोप सही पाए जाने पर समिति के सदस्य दंग रह गए. बाल कल्याण समिति के सदस्य रविंद्र रौतेला ने बताया कि महिला कर्मचारी दीपा और गंगा संप्रेक्षण गृह में रह रही नाबालिग को बाहर ले जाती थीं.


नाबालिग को बाहर ले जाकर रेप करवाने का लगा आरोप


आरोप है कि बाहर ले जाने के बाद नाबालिग का रेप करवाया जाता था. एसपी सिटी हरबंस सिंह ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. आरोपी महिलाओं के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, रेप समेत विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. दोनों महिला कर्मचारियों का नाम उजागर होने के बाद सवाल उठ रहा है कि किसके इशारे पर गंदा काम कराया जाता था.


रसूखदार के नाम का अभी खुलासा नहीं हो पाया है. दोनों महिला कर्मचारी किसके सामने नाबालिग को परोसती थीं. पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. आनेवाले दिनों में कई और बड़े नामों का खुलासा होने की उम्मीद है. बालिका संप्रेक्षण गृह की अन्य बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं.


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