Haldwani News: हल्द्वानी में 8 फरवरी को हुई हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया लेकिन उसे कब तक जेल में रख पाएगी अपने आप में सोचने वाली बात है. एसएसपी नैनीताल का कहना है कि अब्दुल मलिक से इस विषय पर लगातार पूछताछ की जा रही है.
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में दंगे का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया, जिसके बाद अब्दुल मलिक की फरारी की कहानी समाने आई है. अब्दुल मलिक हल्द्वानी से सीधे दिल्ली भागा, नौ फरवरी की रात दिल्ली में शरण ली. इसके बाद गुजरात, मुंबई, चंडीगढ़ और भोपाल में जाकर छुप गया था. उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश और दिल्ली से भोपाल तक उसने कुल सात राज्यों की सीमा पार की. अब्दुल मलिक ने पूरा सफर कार से किया. अब्दुल मलिक बनभूलपुरा उपद्रव का मुख्य साजिशकर्ता है.
पुलिस ने दिल्ली से किया था गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, गुजरात, मुंबई व भोपाल में मलिक की रिश्तेदारी है. उसका खुद का भी साम्राज्य है. इसलिए कुछ दिन मुंबई व भोपाल में छुपा रहा. जब पुलिस ने उसके करीबियों व संपत्ति की जानकारी जुटाई तो मलिक को पकड़े जाने डर सताने लगा. इसलिए उसने दिल्ली में आकर शरण ले ली. वहीं बैठकर शनिवार को अब्दुल मलिक ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में प्रार्थनापत्र दिया था. जिसके बाद मलिक को पुलिस गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की छह टीमें मलिक के पीछे पड़ी थीं, मगर अंत में सफलता एसओजी के हाथ लगी. अब्दुल मलिक ने 17 दिन से अपनी मोबाइल नहीं खोला था. साथ ही बैंक से लेनदेन भी नहीं किया. मलिक अच्छी तरह से जानता था कि अगर उसने मोबाइल खोला तो पुलिस को उसकी लोकेशन पता चल जाएगी. इसलिए कोई ऐसा काम नहीं करना चाहता था जिससे उसके पास तक पुलिस पहुंच सके. पुलिस ने मलिक को पकड़ने के लिए अपना मुखबिर तंत्र को मजबूत किया और मैनुअली काम करने के बाद अपनी गिरफ्त में लिया. जिसके बाद उसे दिल्ली के आजादपुर के नवाबजंग से गिरफ्तार कर हल्द्वानी लाया गया.
आरोपी अब्दुल से पूछताछ कर रही पुलिस
एसएसपी प्रहलाद मीणा ने बताया कि अब्दुल मलिक की पुलिस को जो भी प्राइमरी लीड मिल रही थी उस पर लगातार प्रयास किया जा रहे थे, लगातार दबिश डालने के बाद एसओजी टीम ने अब्दुल मलिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया. मलिक से दंगे की घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है. किस तरह से अब्दुल मलिक ने दंगाइयों को उकसाया है. साथ ही तथ्यों के आधार पर पुलिस अन्य विभागों से डाटा शेयर कर रही है. वहीं जो तथ्य सामने आयेंगे उन्हें विवेचना में शामिल किया जाएगा.
अब्दुल मलिक के वकील ने क्या कहा?
वही इस पूरे मामले में अब्दुल मलिक के वकीलों का कहना है कि जिस दौरान यह हिंसा हुई उसे दौरान अब्दुल मलिक हल्द्वानी में नहीं था वह देहरादून और दिल्ली में था. ऐसे में उसकी इस पूरी घटना में आरोपी बनाना पुलिस के लिए सही नहीं है इसको लेकर के अब्दुल मलिक के वकीलों ने कोर्ट में भी उसकी जमानत याचिका लगाई थी लेकिन उससे पहले ही अब्दुल मलिक गिरफ्तार हो गया.
अब अब्दुल मलिक को लेकर के पुलिस लगातार कोशिश कर रही है कि किसी तरह से अब्दुल मलिक के खिलाफ सारे साक्ष जमा करके कोर्ट में पेश किया जाए ताकि अब्दुल मलिक को लंबे समय तक जेल में रखा जाए. वहीं, अब्दुल मलिक के वकील वह सारे साक्ष जिससे यह साबित हो सके कि अब्दुल मलिक इस दंगे के दौरान यहां नहीं था एकत्र कर कोर्ट में पेश करेंगे. इस सब पर कोर्ट फैसला लेगा कि इस मामले में अब्दुल मलिक कितना दोषी था या नहीं.
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