Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान हुई हिंसा को लेकर सरकार किसी को बख्शने के मूड में नहीं है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के 24 घटों के भीतर बनफूलपुरा क्षेत्र स्थित मलिका का बगीचा में अवैध अतिक्रमण वाली जगह पर पुलिस चौकी को खोल दी गई है. इस दौरान कुमाऊं पुलिस के उपमहानिरीक्षक योगेंद्र सिंह रावत और एसएसपी प्रहलाद मीणा भी मौजूद रहे.
पुलिस हल्द्वानी हिंसा के आरोपियों पर भी कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है. इस बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी प्रहलाद मीणा ने आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस लगातार सीसीटीवी और वीडियो फ़ुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन पर कड़ी कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने इसी कड़ी में मंगलवार को भी 6 दंगाइयों को गिरफ्तार किया हैं. पुलिस अब तक 36 दंगाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनके पास से 41 लाइसेंसी हथियारों को भी ज़ब्त किया गया है.
अतिक्रमण वाली जगह पर खोली गई चौकी
एसएसपी ने कहा कि अतिक्रमणकारियों के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर पुलिस चौकी खोली गई है. जहां से आगे राजकीय कामकाज भी शुरू होगा. पुलसि की टीमें लगातार आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी हुई है. उनकी तलाश में जगह-जगह दबिश दी जा रही हैं. हालांकि हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक अभी पुलिस की गिरफ़्त से बाहर है, उसकी तलाश की जा रही है.
हिंसा के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई
हल्द्वानी नगर निगम ने बनभूलपुरा हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक के खिलाफ सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में सोमवार को 2.44 करोड़ रुपये की वसूली का नोटिस भी जारी किया है. मलिक द्वारा कथित रूप से किए गए नुकसान का प्रारंभिक आकलन 2.44 करोड़ रुपये बताते हुए नगर निगम ने उसे 15 फरवरी तक यह राशि नगर निगम, हल्द्वानी में जमा करवाने को कहा है. नोटिस में कहा गया है कि ऐसा न होने पर उससे कानूनी तरीके से यह वसूली की जाएगी.
हल्द्वानी में आठ फरवरी को अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान हिंसा भड़क गई थी. उपद्रवियों ने प्रशासनिक अमले पर पथराव कर दिया था और सैकड़ों वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. घटना के दौरान पुलिस ने भी बल प्रयोग किया. इस हिंसा में पुलिस और पत्रकारों समेत सौ से ज़्यादा लोग घायल हो गए थे, जबकि छह लोगों की मौत हो गई थी.
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